ग्वालियर। पति से अनबन के चलते उसकी करोड़ों की जमीन पर पत्नी की टेढ़ी निगाह थी. पति से मोटी रकम ऐंठने के लिए उसने अपने भाई और दो अन्य सहयोगियों के साथ पति को फंसाने की साजिश रची. पत्नी ने पति को फंसाने के लिए अपने हाथ में गोली भी मरवा ली. इसके बाद पुलिस को दी शिकायत में बताया कि पति और नंदोई उसके घर आए थे. उसने जैसे ही दरवाजा खोला, वैसे ही वे गोली मार कर भाग गए. इस सनसनीखेज घटना को लेकर पुलिस में हड़कंप मच गया.
पति व नंदोई पर आरोप : घटना घाटी गांव थाना क्षेत्र के धुंआ रोड पर रहने वाली सलोनी जाटव के साथ 13 जुलाई की रात को घटी थी. पूछताछ में सलोनी ने बताया था कि पति विष्णु जाटव और नंदोई रवि जाटव उसके घर आए थे और उन्होंने ही उस पर कातिलाना हमला किया है और गोली मार कर भाग गए. पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसके पति विष्णु जाटव और नंदोई रवि जाटव के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया और उनकी तलाश शुरू कर दी. जब एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल ने महिला के बयान की तस्दीक के लिए दोनों आरोपियों की मोबाइल लोकेशन खंगाली तो उनकी वह मुरैना में मिली.
पुलिस पूछताछ में उगला राज : दरअसल, मुरैना में विष्णु जाटव की हाईवे से लगी हुई करोड़ों की अचल संपत्ति है. जिसकी कीमत तकरीबन 12 करोड़ बताई गई है. सलोनी जाटव अपने पति से पिछले चार सालों से विवाद के चलते अलग रह रही थी. उसने पति के खिलाफ दहेज और मारपीट के मुकदमे भी दर्ज कराए थे. एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल के मुताबिक महिला के बयानों और पति-पत्नी के बीच संबंधों की डिटेल मिलने के बाद सलोनी से दोबारा पूछताछ शुरू हुई. तब उसने बताया कि उसने अपने भाई विवेक जाटव, पड़ोसी नत्था गुर्जर और राम लखन रजक के साथ मिलकर विष्णु जाटव को फंसाने की साजिश रची थी.
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50 लाख वसूलने के लिए साजिश : महिला ने बताया कि वह अपने पति से समझौते के एवज में 50 लाख में ऐंठना चाहती थी. इससे पहले सलोनी जाटव ने पति के खिलाफ दहेज एक्ट और मारपीट के मुकदमे भी दर्ज कराए लेकिन उसमें उसे जमानत मिल गई थी और केस भी रफा-दफा हो गया था. इसलिए उसने अपने ऊपर हमले की खतरनाक साजिश रची. लेकिन उसका तीसरा दांव भी फेल हो गया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में महिला के बयान के बाद नए सिरे से कार्रवाई की जाएगी और पति तथा उसके नंदोई के खिलाफ दर्ज मुकदमे को खत्म किया जाएगा. ये जानकारी एडिशनल एसपी जयराज कुबेर ने दी.