ग्वालियर। ग्वालियर में एबीवीपी (ABVP) का 55 वां प्रांतीय अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है. इस अधिवेशन में शामिल होने मध्य प्रांत के 18 जिलों के एबीवीपी नेता, कार्यकर्ता, प्राध्यापक और शिक्षक बड़ी संख्या में हिस्सा ले रहे हैं. इसी बीच एनएसयूआई (NSUI) को भनक लगी कि जीवाजी विश्वविद्यालय यानी जेयू कैम्पस को एबीवीपी के झंडो से पाट दिया गया है. इसके बाद संकल्प गोस्वामी की अगुवाई में एनएसयूआई नेता व कार्यकर्ता जेयू कैम्पस पहुंच गए और कुलसचिव डॉ. आर के बघेल के समक्ष नाराजगी जताई.
कुलसचिव को कैबिन छोड़कर भागना पड़ा : एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को कुलसचिव बघेल ने समझाने के तमाम प्रयास किए, लेकिन एनएसयूआई नेता एबीवीपी के झंडे कैम्पस से तुरंत हटाए जाने की जिद पर अड़े रहे. मामला बिगड़ता देख कुलसचिव चैंबर से चले गए. इसके बाद एनएसयूआई नेताओं ने कुलसचिव के चैंबर में डेरा जमा लिया. इतना ही नहीं कुलसचिव की कुर्सी और मेज पर एबीवीपी के झंडे विरोधस्वरूप लगा दिए गए. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.
![Gwalior NSUI Protest](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16907172_abvp_aspera.jpg)
विवि प्रबंधन पर मनमानी का आरोप : एनएसयूआई नेताओं ने जेयू प्रबंधन पर मनमानी किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि एबीवीपी कार्यकर्ताओ को जेयू के हॉस्टल में ठहराया गया है, जो अवैधानिक है. वहीं जेयू प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी यूनिवर्सिटी थाना पुलिस को दे दी. इसके बाद सूचना मिलते ही यूनिवर्सिटी पुलिस मौके पर पहुंच गई. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने नाराज एनएसयूआई नेताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन एनएसयूआई नेता किसी सूरत में मानने या कुछ भी समझाने को तैयार नहीं थे.