ग्वालियर। क्षत्रिय करणी सेना का अगले महीने यानी 27 अगस्त को भोपाल में महापड़ाव आयोजित किया गया है, जिसमें क्षत्रिय समाज द्वारा मुख्यमंत्री पद सहित इस बार के विधानसभा चुनाव में करीब 100 विधानसभा टिकट मांगे जाने को लेकर आंदोलन किया जाएगा. अपनी 12 सूत्रीय मांगों के सिलसिले में पूरे मध्यप्रदेश में समर्थन जुटाने निकले क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत रविवार को ग्वालियर पहुंचे, यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजनैतिक दलों को उनकी मांगों को मानना होगा, अन्यथा वे अपने प्रभुत्व वाली सभी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में क्षत्रिय व्यक्ति को खड़ा करेंगे और राजनीतिक दलों के समीकरण बिगाड़ देंगे.'' उन्होंने कहा कि ''एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है. इससे मिलने वाले मुआवजे को भी तुरंत बंद किया जाए.''
सवर्ण एवं सनातन आयोग के गठन की मांगः क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष ने कहा कि ''वे आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन क्रीमी लेयर को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए.'' उन्होंने सवर्ण एवं सनातन आयोग के गठन की भी मांग की है. इसके अलावा बुंदेलखंड को अलग राज्य घोषित करने की मांग सरकार से की है. उन्होंने कहा कि ''27 अगस्त को यदि उनके ज्ञापन को सरकार लेने नहीं आई या अपना प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा, तो वह सचिवालय की और कुच करेंगे और झंडा और डंडा लेकर अपना प्रदर्शन करेंगे. यदि किसी ने उनके प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की तो वह डंडे का उपयोग करने से भी नहीं चूकेंगे.''
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क्षत्रिय करणी सेना की मांगः क्षत्रिय करणी सेना की मांग है कि विधानसभा की 230 सीटों में से 80 से लेकर 100 सीटों पर टिकट दिए जाएं. क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राज शेखावत ने सर्वे का हवाला देते हुए कहा, ''मध्य प्रदेश की कई सीटें क्षत्रिय बाहुल्य हैं.'' करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने उन सीटों पर भी सवाल खड़े किए जहां सवर्णों की आबादी अधिक है, लेकिन उन्हें अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मांग सरकार सिर्फ उन्हीं सीटों को आरक्षित करें, जहां अनुसूचित जाति जनजाति की की आबादी अधिक है. करणी सेना ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर कहा, ''इस एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है. लोग जानबूझकर एससी-एसटी एक्ट में मिलने वाली सहायता राशि के चक्कर में झूठे एससी-एसटी एक्ट में मुकदमे दर्ज करा रहे हैं.