ग्वालियर। शहर के किला गेट चौराहे के नजदीक स्थित करीब दो दर्जन से ज्यादा दुकानों को जिला प्रशासन ने एक शॉर्ट नोटिस के बाद तोड़ दिया. (Gwalior Nagar Nigam) नगर निगम का अमला, जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस बल रविवार सुबह अचानक किला गेट चौराहे पर पहुंचा. एसडीएम प्रदीप तोमर के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी. जिला प्रशासन ने बताया कि किला गेट चौराहे के आसपास हमेशा से रोड सकरी होने के कारण वाहनों की आवाजाही के चलते चक्का जाम की स्थिति बनी रहती थी, जिससे लोगों को आए दिन परेशानी होती थी.
दुकानदारों की छिनी रोटी रोजी: कार्रवाई को लेकर दुकानदारों का कहना है कि जिला प्रशासन ने एक ही झटके में उनके रोजगार को छीन लिया है. इससे करीब एक सैकड़ा लोगों की रोटी रोजी पर सीधा प्रभाव पड़ा है. दुकानदारों ने बताया कि कुछ दुकानदारों को एवं अन्य लोगों को शनिवार शाम को प्रशासन की ओर से नोटिस दिए गए थे. उनके व्यवस्थापन की कोई बात नहीं की गई. सीधे प्रशासन ने हठधर्मिता दिखाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. लोगों ने विरोध जताने की कोशिश की, लेकिन भारी पुलिस बल और प्रशासन के अफसरों के सामने वह अपने बात नहीं रख सके.
स्थानीय लोगों में आक्रोश: स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई को लेकर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी अपना आक्रोश जाहिर किया है. उनका कहना है कि पहले हजीरा स्थित सब्जी मंडी को उजाड़ दिया गया और लोगों को जबरन इंटक मैदान भेज दिया गया, जहां दुकानदार ग्राहकों के नहीं पहुंचने से परेशान है. अब जिला प्रशासन ने 2 दर्जन से ज्यादा दुकानदारों और उनसे जुड़े परिवारों को भूखों मरने के लिए मजबूर कर दिया है. कुछ लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को कोर्ट में चुनौती देने की बात भी कही है.