ग्वालियर। धोखाधड़ी के शिकार व्यक्ति ने फर्जीवाड़े की जानकारी मुरार थाना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की. पुलिस के अनुसार शहर के मुरार थाना इलाके में रहने वाले सुनील किरार ने अपने रिश्तेदार प्रदीप किरार और ज्वैलर्स प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा किया. फरियादी ने शिकायत में बताया कि उसका विवाह 25 जून 2018 को प्रदीप सिंह की बेटी जूली के साथ बिना दहेज के हुआ था. इस विवाह में लड़की को 35 तोला सोना शादी पर चढ़ावे के रूप में चढ़ाया गया था.
कैसे खुला फर्जीवाड़ा : कुछ समय बाद सुनील और उसकी पत्नी में विवाद होने लगा. इसके बाद सुनील की पत्नी ने साल 2021 को उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया. दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराते समय दहेज में यही 35 तोला सोना देना बताकर उसके बिल भी लगाया. गहनों के बिल एपी ज्वेलर्स से बनवा कर प्रस्तुत किए गए. इसके बाद न्यायालय में इस मामले को सुनील लेकर पहुंचा. इसमें कहा गया कि इन बिलों पर न तो क्रेता के हस्ताक्षर हैं और ना ही विक्रेता के हस्ताक्षर हैं. उसके बाद जब 35 तोला सोना और बिल की जांच की गई तो यह पूरी तरह फर्जी निकले.
ससुर के साथ ही ज्वैलर्स पर केस : उसके बाद आरोपी प्रदीप सिंह और एपी ज्वैलर्स के प्रोपराइटर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर मुरार थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है. वहीं इस मामले को लेकर एएसपी क्राइम राजेश दंडोतिया का कहना है कि न्यायालय के आदेश पर मोर थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में शादी में वर पक्ष द्वारा दिए गए गहनों को वधू पक्ष ने अपना बताकर उसके फर्जी बिल बनवाये थे. इस मामले में एसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि मामले की जांच चल रही है.