ग्वालियर। जमीन में से चाचा को हिस्सा नहीं देना पड़े इसलिए उसे लूट में फंसाने के लिए एक भतीजे ने ही अपने साथ लूट की झूठी कहानी गढ़ दी. गनीमत यह रही कि पुलिस ने जब इस मामले की गंभीरता से जांच की तो खुलासा हुआ कि फरियादी भगवान लाल मोदी नामक व्यक्ति के साथ लूट की कोई घटना नहीं हुई है. बल्कि उसने अपने साथ में मौजूद युवक की मदद से कथित रूप से लूटी गई रकम को ट्रैक्टर के टूल बॉक्स में छुपा दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ही अब मुकदमा दर्ज कर उससे पूछताछ कर रही है.
युवक ने रची लूट की साजिश: दरअसल डबरा देहात थाने में मंगलवार को एक किसान पहुंचा था उसने बताया कि उसके साथ लूट की वारदात को चार युवकों ने अंजाम दिया है. यह युवक उसे महाकाल फैक्ट्री के आगे मिले थे. जिनमें एक युवक सड़क पर लेटा हुआ था, तीन लड़के खड़े हुए थे. पास पहुंचने पर मोटरसाइकिल सवार इन लड़कों ने कट्टा निकालकर उनकी जेब से 1,80,000 से ज्यादा की रकम लूट ली और बाद में डबरा की ओर बाइक पर बैठकर फरार हो गए. लेकिन पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज एवं आसपास के लोगों से पूछताछ की तो यह कहानी संदिग्ध लगी.
चाचा को जमीन में हिस्सा नहीं देता चाहता था भतीजा: बाद में फरियादी बने भगवान लाल मोदी और उसके साथी मिथुन जाटव से अलग-अलग पूछताछ की तो दोनों के जवाब अलग निकले. पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो उन्होंने बताया कि भगवान लाल मोदी का अपने चाचा बलराम मोदी से पांच बीघा जमीन का विवाद चल रहा है. चाचा को जमीन का हिस्सा नहीं देना पड़े, इसलिए उसे लूट के मामले में फंसाने की साजिश सची थी जो नाकाम हो गई. पुलिस ने ट्रैक्टर की डिक्की से कथित रूप से लूटी गई रकम को बरामद कर लिया है.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार: एसपी राजेश चंदेल ने बताया कि ''युवक ने चाचा को फंसाने के लिए खुद के साथ लूट की झूठी एफआईआर दर्ज करवाई थी. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच पड़ताल की जा रही है.''