ग्वालियर। डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली छात्रा ज्योति इंदौरिया को इंदौर एमजीएम कॉलेज में खुद को प्रोफेसर बताते हुए राहुल मिश्रा ने एक लाख रुपए की मांग की. फाइनल ईयर के एग्जाम हाल ही में हुए हैं, जिसका रिजल्ट भी आ गया. पहले रिजल्ट में छात्रा फेल हो गई थी लेकिन सप्लीमेंट्री में वह पास हो चुकी थी. लेकिन कथित डॉक्टर ने रुपये मांगना नहीं छोड़ा. आखिरकार परेशान होकर छात्रा ने कथित डॉ.राहुल मिश्रा के खिलाफ क्राइम ब्रांच में अवैध वसूली का मुकदमा दर्ज कराया.
डॉक्टर बताकर मांगे रुपये : थाटीपुर के सुरेश नगर में रहने वाली ज्योति इंदौरिया गजरा राजा मेडिकल कॉलेज यानी जीआरएमसी की एमबीबीएस फाइनल ईयर की छात्रा हैं. ज्योति ने इसी महीने फाइनल ईयर के एग्जाम दिए थे. एग्जाम देने के दौरान इंदौर के किसी राहुल मिश्रा ने मेडिकल छात्रा को फोन किया और कहा कि वह गांधी मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर है. उसने बताया कि यदि उसे पास होना है तो वह एक लाख रुपए का इंतजाम कर ले. अन्यथा वह फेल हो जाएगी. जब रिजल्ट आया तो वास्तव में उसकी सप्लीमेंट्री आई थी.
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इंदौर जाएगी पुलिस : पूर्व में मेडिकल छात्रा ने इसे फेक कॉल समझ कर इग्नोर कर दिया था लेकिन जब सप्लीमेंट्री आई तो उसकी परेशानी बढ़ गई. उसने सप्लीमेंट्री परीक्षा दी और पास भी कर ली. इसके बाद भी राहुल मिश्रा ने एक लाख रुपए मांगना नहीं छोड़ा. तब परेशान होकर छात्रा ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. बाद में पता चला कि यह राहुल मिश्रा उसे ब्लैकमेल कर रहा था. थाटीपुर पुलिस ने राहुल मिश्रा के खिलाफ अवैध वसूली यानी भारतीय दंड विधान की धारा 384 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. एडिशनल एसपी राजेश दंडौतिया का इस मामले में कहा है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम इंदौर भेजी जाएगी.