ग्वालियर। 15 दिन पहले एक निजी अस्पताल में जज की पत्नी की कोविड संक्रमण के चलते मौत हो गई थी. इसके तुरंत बाद डायमंड रिंग समेत सोने के गहने चोरी हो गए थे, जिसकी एफआईआर 15 दिन बाद दर्ज की गई हैं.
गायब हुए गहने
जज की पत्नी की निजी अस्पताल में मौत के बाद उसके सोने और हीरे के जेवर चोरी हो गए थे. मामला सामने आने के 15 दिन बाद गोला का मंदिर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई. सचिन तेंदुलकर मार्ग स्थित टाउनशिप निवासी अरुण सिंह तोमर उपभोक्ता फोरम में जज हैं. 19 अप्रैल को उनकी पत्नी सरला तोमर की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालत बिगड़ने पर पत्नी को निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में भर्ती करते समय सरला तोमर के दोनों हाथों में सोने और डायमंड की अंगूठी थी. इसके अलावा कान में टॉप्स, पैरों में पायल-बिछिया और नाक में लोंग पहनी हुई थीं. 29 अप्रैल रात करीब 11 बजे सरला की मौत हो गई. इसके उपरांत मृतका के परिजनों को सूचना दी गई. इस पर जज का बेटा राघवेन्द्र सिंह हॉस्पिटल पहुंचा. यहां 3 लाख 11 हजार रुपए बकाया बिल जमा कराए गए. उस समय तक मृतका के शव को कोविड बैग में पैक कर मुक्तिधाम के लिए भेज दिया गया था. इसके बाद कोविड गाइडलाइन के तहत शव का अंतिम संस्कार किया गया. दो से तीन दिन बाद जब परिजनों ने मृतक सरला का बैग खोला, तो उसमें गहने ही नहीं थे. साथ ही ऑक्सीमीटर सहित एक हजार रुपए भी गायब थे.
चोरी के जेवरातों से लोन लेकर मौज करने वाला आरोपी गिरफ्तार
इस मामले की शिकायत जज के बेटे ने पुलिस थाने में की. शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक वार्ड बॉय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैं. टीआई विनय शर्मा का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं. अब CCTV कैमरों की फुटेज देखकर चोरी करने वाले की पहचान की जाएगी. मामले में इतनी देरी से FIR का कारण यह है, जब गहने बैग में नहीं मिले, तो जज के बेटे ने निजी हॉस्पिटल प्रबंधन को मामले की सूचना दी. उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह हॉस्पिटल में लगे CCTV कैमरों की फुटेज देखकर आरोपी को बेनकाब करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वह मामले को टालते गए. इसके बाद राघवेन्द्र ने थाने में शिकायत दर्ज कराई.