ग्वालियर। प्रदेश के गृह विभाग की अभिनव पहल 'एफआईआर आपके द्वार' का उपयोग बढ़ रहा है. अभी तक पांच एफआईआर इस योजना के तहत दर्ज की जा चुकी हैं. प्रदेश के हर जिले में दो थानों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत 'एफआईआर आपके द्वार' योजना के जरिये काम करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट वाले एफआरवी वाहनों पर तीन शिफ्ट मे स्टाफ को तैनात किया है.
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हाल ही में इस योजना को लांच किया है. ग्वालियर में ग्रामीण क्षेत्र के थाने घाटीगांव व शहरी क्षेत्र के विश्वविद्यालय पुलिस स्टेशन को उसमें शामिल किया गया है. जिसके तहत घाटीगांव में अब तक तीन एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि विश्वविद्यालय थाने में दो एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. घाटीगांव थाना क्षेत्र से बड़ा ग्रामीण क्षेत्र लगा हुआ है. सोनचिरैया अभ्यारण भी इसी क्षेत्र में आता है. वहीं विश्वविद्यालय थाने की सीमा भी बड़े इलाके को कवर करती हैं.
इस मामले में ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू सिंह का कहना है कि पीड़ित पक्ष को त्वरित राहत देने के लिए सरकार की इस योजना पर ग्वालियर जिले में गंभीरता से काम किया जा रहा है. इसके लिए अतिरिक्त फोर्स एफआरवी रखा गया है. जिसमें एक एएसआई, एक हेड कांस्टेबल सहित एक अन्य कर्मचारी को तीन शिफ्ट में अलग से डेप्यूट किया गया है. इसके पीछे मामले पर त्वरित कार्रवाई के साथ ही पीड़ित पक्ष को पुलिस ढांढस भी बंधा रही है.