ग्वालियर। जिले के डबरा अनुविभाग के पिछोर थाना क्षेत्र के गजापुर गांव में चुनावी रंजिश के चलते एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप जीती हुई सरपंच प्रेमाबाई के बेटे मोनू गुर्जर पर लगा है. मृतक रामवीर बघेल के परिजन (चाची) भी सरपंच के चुनाव में खड़ी हुई थीं.
हर्ष फायर के बाद विवाद बढ़ा : मृतक के परिजनों का कहना है कि वे दुकान पर बैठे हुए थे. तभी मोनू गुर्जर अपनी जीत के जश्न में रैली निकालता हुआ वहां आया और उसने पहले हर्ष फायर किया. बाद में बघेल पक्ष के लोगों से विवाद में उसने रामवीर को गोली मार दी. घटना के बाद हमलावर पक्ष वहां से गायब हो गया. घायल हालत में रामबीर बघेल को लेकर उसके परिजन डबरा अस्पताल पहुंचे, लेकिन चिकित्सकों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. दोनों परिवार के बीच चुनावी रंजिश बताई गई है.
दो घंटे किया चक्काजाम : इस मामले को लेकर मृतक रामवीर बघेल के परिवार के लोगों ने तत्काल एफआईआर नहीं लिखने पर सिमरिया के पास चक्काजाम कर दिया, जो करीब 2 घंटे से ज्यादा चला. इस दौरान ग्वालियर- झांसी हाईवे पर वाहनों की 3 किलोमीटर तक लाइनें लग गईं. बाद में सरपंच पक्ष के मोनू के खिलाफ एफआईआर की मांग मानी जाने के बाद यह जाम खुल सका. पिछोर पुलिस ने मोनू सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है।.
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गांव में भारी पुलिस बल तैनात : मृतक के परिजनों का आरोप है कि मोनू गुर्जर पहले से ही आदतन अपराधी है. उसने बघेल समाज के लोगों को गांव छोड़ने की धमकी दी है. ऐसा नहीं करने पर वह उन्हें जान से मार देगा. इस मामले में एसपी अमित सांघी का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए गजापुर गांव में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है. मामले की जांच चल रही है. (Firing in election rivalry youth dies) (Firing in victory procession)
(FIR against 7 people) (Firing in election rivalry in Gwalior)