ग्वालियर। श्योपुर में कृषि उपज मंडी निर्माण के अलावा 7 अन्य निर्माणों में हुए घोटाले पर 10 साल बाद EOW ने मामला दर्ज किया है. EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने अभी 5 लोगों पर मामला दर्ज किया, जिनमे से दो लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल अधिकारी मामले की जांच में जुटे है, मामले में आगे कुछ और लोगों पर मामला दर्ज हो सकता है.
10 सा पुराना है मामला
10 साल पहले श्योपुर जिले में हुए निर्माण कार्यों में दो करोड़ से ज्यादा की राशि का गलत तरीके से भुगतान किया गया था. ईओडब्ल्यू के मुताबिक शिवराम शर्मा नामक एक ग्रामीण ने कृषि उपज मंडी श्योपुर के नवीन मंडी प्रांगण में केंद्र सरकार की योजना अंतर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों के मामले में शिकायत की थी.
दो करोड़ से ज्यादा की हुई थी हेराफेरी
निविदाओं से हेरा फेरी का ठेकेदार को दो करोड़ छह लाख रुपए का अधिक भुगतान किया गया था. इस मामले में आर्थिक अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत की गई थी. प्रारंभिक जांच में शिकायत को ईओडब्ल्यू ने आरोपों को सही माना है और 5 लोगों पर FIR दर्ज कर ली है.
इनपर दर्ज हुआ मामला
राज्य कृषि बोर्ड के तत्कालीन मुख्य अभियंता अशोक शर्मा, प्रदेश राज्य कृषि बोर्ड भोपाल तत्कालीन मुख्य अभियंता दिनेश गौड़, तत्कालीन सचिव मानवीय सिंह चौहान और नारायण सिंह चौहान के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. अब सभी आरोपियों को तलब करके उनसे पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी गई है.
दो आरोपियों की हो चुकी है मौत
जिन 5 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमे से दो आरोपी कार्यपालन यंत्री दिनेश गौड़ और ठेकेदार मानवीर चौहान की मौत हो चुकी है. बता दें शिकायत 2010 में की गई थी, जिस पर अब जाकर 10 साल बाद मामला दर्ज हो सका है.