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खंडित प्रतिमाओं को गंगा में प्रवाहित करने के लिए किया रवाना, शेष में जाएगी प्राण प्रतिष्ठा

ग्वालियर के प्रमुख चौराहों और सड़क यातायात में बाधक बन रहे मंदिरों को करीब एक दशक पहले हटाया गया था. वहां से विस्थापित की गई प्रतिमाओं को हनुमान टेकरी मंदिर में रखवाया गया था.

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खंडित प्रतिमा
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Published : Jun 19, 2021, 6:51 PM IST

ग्वालियर। प्रमुख चौराहों और सड़क यातायात में बाधक बन रहे मंदिरों को करीब एक दशक पहले हटाया गया था. वहां से विस्थापित की गई प्रतिमाओं को हनुमान टेकरी स्थित मंदिर में रखवाया गया था. लेकिन देखरेख के अभाव में यह प्रतिमा खंडित होने लगी. जिसके बाद शनिवार को राजस्थान के सोरों में नदी में प्रवाहित करने के लिए उन्हें रवाना किया गया. पिछले दिनों ही हिंदू महासभा ने झांसी रोड स्थित हनुमान टेकरी पर बने श्रद्धा पर्वत पर खंडित हो रही इन प्रतिमाओं की दुर्दशा को लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया था.

खंडित प्रतिमा

Digvijay का तंज,- आपदा में अवसर ढूंढने वाले, अब आस्था में ढूंढ रहे हैं अवसर

हिंदू महासभा का कहना है कि एक दशक पहले जब इन प्रतिमाओं को सड़क के बीचो-बीच बने मंदिरों और चौराहों से सौंदर्यीकरण और सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर हटाया गया था. तब नगर निगम की ओर से आश्वासन किया गया था कि श्रद्धा पर्वत पर इन प्रतिमाओं को प्राण प्रतिष्ठा से स्थापित किया जाएगा और वहां भव्य मंदिर बनाया जाएगा लेकिन एक दशक बाद इन प्रतिमाओं की सुध लेने कोई नहीं आया इसे लेकर हिंदू महासभा ने पिछले दिनों आंदोलन किया था.

आखिरकार नगर निगम के सहयोग से हिंदू महासभा ने इन 207 छोटी बड़ी प्रतिमाओं को राजस्थान के सोरों में गंगा नदी में प्रवाहित करने के लिए रवाना किया. इससे पहले निगम आयुक्त और हिंदू महासभा के नेताओं ने श्रद्धा पर्वत पर इन खंडित प्रतिमा की विधि विधान से पूजा अर्चना की और उन्हें विसर्जन के लिए रवाना किया. बाकी प्रतिमाओं के लिए निगम प्रशासन का कहना है कि जल्द ही एस्टीमेट बुलाकर क्षेत्रफल के हिसाब से मंदिर का निर्माण कराया जाएगा और सभी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी.

ग्वालियर। प्रमुख चौराहों और सड़क यातायात में बाधक बन रहे मंदिरों को करीब एक दशक पहले हटाया गया था. वहां से विस्थापित की गई प्रतिमाओं को हनुमान टेकरी स्थित मंदिर में रखवाया गया था. लेकिन देखरेख के अभाव में यह प्रतिमा खंडित होने लगी. जिसके बाद शनिवार को राजस्थान के सोरों में नदी में प्रवाहित करने के लिए उन्हें रवाना किया गया. पिछले दिनों ही हिंदू महासभा ने झांसी रोड स्थित हनुमान टेकरी पर बने श्रद्धा पर्वत पर खंडित हो रही इन प्रतिमाओं की दुर्दशा को लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया था.

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हिंदू महासभा का कहना है कि एक दशक पहले जब इन प्रतिमाओं को सड़क के बीचो-बीच बने मंदिरों और चौराहों से सौंदर्यीकरण और सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर हटाया गया था. तब नगर निगम की ओर से आश्वासन किया गया था कि श्रद्धा पर्वत पर इन प्रतिमाओं को प्राण प्रतिष्ठा से स्थापित किया जाएगा और वहां भव्य मंदिर बनाया जाएगा लेकिन एक दशक बाद इन प्रतिमाओं की सुध लेने कोई नहीं आया इसे लेकर हिंदू महासभा ने पिछले दिनों आंदोलन किया था.

आखिरकार नगर निगम के सहयोग से हिंदू महासभा ने इन 207 छोटी बड़ी प्रतिमाओं को राजस्थान के सोरों में गंगा नदी में प्रवाहित करने के लिए रवाना किया. इससे पहले निगम आयुक्त और हिंदू महासभा के नेताओं ने श्रद्धा पर्वत पर इन खंडित प्रतिमा की विधि विधान से पूजा अर्चना की और उन्हें विसर्जन के लिए रवाना किया. बाकी प्रतिमाओं के लिए निगम प्रशासन का कहना है कि जल्द ही एस्टीमेट बुलाकर क्षेत्रफल के हिसाब से मंदिर का निर्माण कराया जाएगा और सभी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी.

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