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औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा के बाद भी बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती

कोरोना संक्रमण के बीच ग्वालियर अंचल के सबसे बड़ी औद्योगिक केंद्र बामौर और मालनपुर में सभी फैक्ट्रियां चालू हो चुकी है. जिसमें काम भी शुरू हो गया है. इसी को लेकर उद्योग क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कंपनी या प्रशासन ने क्या तैयारी की है, इसका ईटीवी भारत ने जायजा लिया.

Safety of employees in industrial areas
औद्योगिक क्षेत्रों में कर्मचारियों की सुरक्षा
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Published : Aug 11, 2020, 9:11 PM IST

ग्वालियर। सरकार और प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार तेजी से बढ़ रहा है. पूरे प्रदेश में ग्वालियर चम्बल अंचल कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन चुका है, क्योंकि यहां रोज सैकड़ों की संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं, तो वहीं लगातार कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. जिस कारण लोग दहशत में आने लगे हैं, लेकिन इस कोरोना संक्रमण के बीच अंचल के सबसे बड़े औद्योगिक केंद्र बामौर और मालनपुर में सभी फैक्ट्रियां चालू हो चुकी हैं. इसी को लेकर उद्योग क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कंपनी या प्रशासन ने क्या तैयारी की है, इसका ईटीवी भारत ने जायजा लिया.

औद्योगिक क्षेत्रों में कर्मचारियों की सुरक्षा

फैक्ट्री में सुरक्षा के खास इंतजाम

मालनपुर और बामोर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्रियों में मजदूरों को इस संक्रमण से बचान के लिए कई सुरक्षा पहलुओं से गुजरना पड़ता है, इसे लेकर फैक्ट्रियों की तरफ से भी खास इंतजाम किए गए हैं. वे हर संभव कोशिश कर रहे हैं ताकि मजदूर पूरी तरह संक्रमण से सुरक्षित रहें. सबसे पहले जब मजदूर फैक्ट्री पहुंचते हैं, तो सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उन्हें गेट के बाहर खड़ा किया जाता है और उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है, फिर उनके हाथ सैनिटाइज किए जाते हैं. इसके साथ ही उनसे एक फॉर्म भी भरवाया जाता है, जिसमें उनको अपनी पूरी जानकारी देनी होती है.

आरोग्य सेतु अनिवार्य

फैक्ट्री में कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी के फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य है. कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के पास एक साबुन होता है, जिससे सभी मजदूर समय-समय पर अपना हाथ धोते रहते हैं. साथ ही काम करते वक्त सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह से ध्यान रखते हैं, जिसके लिए कंपनी के अंदर ही गोले बनाए गए हैं, जिसका काम करते वक्त इस्तेमाल किया जाता है. वहीं बिना मास्क के किसी भी कर्मचारी को प्रवेश नहीं दिया जाता है.

कर्मचारियों ने जताई संतुष्टि

फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि काम करते वक्त फैक्ट्रियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है, संक्रमण को रोकने के लिए हर सुविधा उपलब्ध है. काम करते समय पूरी तरह सुरक्षित रहते है. इसके लिए कंपनी रोज आयुर्वेदिक काढ़ा, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराती है. फैक्ट्री में जो भी कर्मचारी पॉजिटिव पाया जाता है, उसके साथ सकारात्मक व्यवहार किया जाता है और जब वह ठीक होकर फैक्ट्री में आता है तो उसका फूल मालाओं से स्वागत किया जाता है.

मजदूरों का रखा जा रहा पूरा ध्यान

फैक्ट्री के मैनेजर कुलकर्णी का कहना है इस कोरोना काल में हमारे लिए और हमारे उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आई है. क्योंकि तीन माह तक उद्योग पूरी तरह से बंद रहा, अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रही हैं. वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना संक्रमण भी लगातार तेजी से फैल रहा है. जिसे देखते हुए इन मजदूरों और कर्मचारियों का पूरी तरह से ध्यान रख रहे हैं, जब मजदूर और कर्मचारी फैक्ट्री में आता है तो इस संक्रमण से बचने के लिए पूरे उपाय किए जाते हैं.

ग्वालियर चंबल अंचल में मालनपुर और बामोर दो बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं, जिनमें लगभग 500 से अधिक छोटी से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियां संचालित होती हैं, यहां पर 8 से 10 हजार मजदूर और कर्मचारी काम करते हैं. यह दोनों बड़े औद्योगिक क्षेत्र ग्वालियर और मुरैना जिले में आते हैं और इन दोनों जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6 हजार के आस-पास पहुंच चुकी है. वहीं दोनों क्षेत्रों में कोरोना से मरने वालों की संख्या करीब 40 के पास पहुंच चुकी है.

ग्वालियर। सरकार और प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार तेजी से बढ़ रहा है. पूरे प्रदेश में ग्वालियर चम्बल अंचल कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन चुका है, क्योंकि यहां रोज सैकड़ों की संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं, तो वहीं लगातार कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. जिस कारण लोग दहशत में आने लगे हैं, लेकिन इस कोरोना संक्रमण के बीच अंचल के सबसे बड़े औद्योगिक केंद्र बामौर और मालनपुर में सभी फैक्ट्रियां चालू हो चुकी हैं. इसी को लेकर उद्योग क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कंपनी या प्रशासन ने क्या तैयारी की है, इसका ईटीवी भारत ने जायजा लिया.

औद्योगिक क्षेत्रों में कर्मचारियों की सुरक्षा

फैक्ट्री में सुरक्षा के खास इंतजाम

मालनपुर और बामोर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्रियों में मजदूरों को इस संक्रमण से बचान के लिए कई सुरक्षा पहलुओं से गुजरना पड़ता है, इसे लेकर फैक्ट्रियों की तरफ से भी खास इंतजाम किए गए हैं. वे हर संभव कोशिश कर रहे हैं ताकि मजदूर पूरी तरह संक्रमण से सुरक्षित रहें. सबसे पहले जब मजदूर फैक्ट्री पहुंचते हैं, तो सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उन्हें गेट के बाहर खड़ा किया जाता है और उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है, फिर उनके हाथ सैनिटाइज किए जाते हैं. इसके साथ ही उनसे एक फॉर्म भी भरवाया जाता है, जिसमें उनको अपनी पूरी जानकारी देनी होती है.

आरोग्य सेतु अनिवार्य

फैक्ट्री में कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी के फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य है. कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के पास एक साबुन होता है, जिससे सभी मजदूर समय-समय पर अपना हाथ धोते रहते हैं. साथ ही काम करते वक्त सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह से ध्यान रखते हैं, जिसके लिए कंपनी के अंदर ही गोले बनाए गए हैं, जिसका काम करते वक्त इस्तेमाल किया जाता है. वहीं बिना मास्क के किसी भी कर्मचारी को प्रवेश नहीं दिया जाता है.

कर्मचारियों ने जताई संतुष्टि

फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि काम करते वक्त फैक्ट्रियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है, संक्रमण को रोकने के लिए हर सुविधा उपलब्ध है. काम करते समय पूरी तरह सुरक्षित रहते है. इसके लिए कंपनी रोज आयुर्वेदिक काढ़ा, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराती है. फैक्ट्री में जो भी कर्मचारी पॉजिटिव पाया जाता है, उसके साथ सकारात्मक व्यवहार किया जाता है और जब वह ठीक होकर फैक्ट्री में आता है तो उसका फूल मालाओं से स्वागत किया जाता है.

मजदूरों का रखा जा रहा पूरा ध्यान

फैक्ट्री के मैनेजर कुलकर्णी का कहना है इस कोरोना काल में हमारे लिए और हमारे उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आई है. क्योंकि तीन माह तक उद्योग पूरी तरह से बंद रहा, अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रही हैं. वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना संक्रमण भी लगातार तेजी से फैल रहा है. जिसे देखते हुए इन मजदूरों और कर्मचारियों का पूरी तरह से ध्यान रख रहे हैं, जब मजदूर और कर्मचारी फैक्ट्री में आता है तो इस संक्रमण से बचने के लिए पूरे उपाय किए जाते हैं.

ग्वालियर चंबल अंचल में मालनपुर और बामोर दो बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं, जिनमें लगभग 500 से अधिक छोटी से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियां संचालित होती हैं, यहां पर 8 से 10 हजार मजदूर और कर्मचारी काम करते हैं. यह दोनों बड़े औद्योगिक क्षेत्र ग्वालियर और मुरैना जिले में आते हैं और इन दोनों जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6 हजार के आस-पास पहुंच चुकी है. वहीं दोनों क्षेत्रों में कोरोना से मरने वालों की संख्या करीब 40 के पास पहुंच चुकी है.

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