ग्वालियर। कोरोना काल में शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध के बाद हाल ही में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई है. जिसके तहत छात्रों से उनकी उत्तर पुस्तिकाएं और प्रैक्टिकल नोट जमा कराए जा रहे हैं. अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने के बाद भले ही जिला प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए हैं और रोजाना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन मंगल वार दोपहर को स्थानीय माधवराव सिंधिया साइंस कॉलेज में जो नजारा दिखा उसे देखकर नहीं लगता कि वहां कोरोना को लेकर किसी भी तरह का कोई भय है.
छात्रों को धूप में किया खड़ा
माधवराव सिंधिया साइंस कॉलेज में भीषण उमस भरी गर्मी में छात्र-छात्राएं बिना मास्क लगाए एक दूसरे से बिल्कुल सट कर खड़े थे. यह स्थिति सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक जारी रही. सभी बीएससी अंतिम वर्ष के प्रायोगिक परीक्षा के कागजात सबमिट करने के लिए आए थे. मैन ब्लॉक की एक गैलरी में चैनल गेट के बाहर छात्र-छात्राओं को धूप में खड़ा कर दिया गया. वहां न तो पानी की व्यवस्था थी और न ही सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता को देखने परखने के लिए किसी की ड्यूटी थी. हालात ऐसे थे कि छात्र एक दूसरे से बिल्कुल चिपक कर खड़े हुए थे. कुछ छात्र तो मास्क भी नहीं लगाए थे.
कॉलेज में छात्रों की उमड़ी भीड़
छात्रों का कहना है कि एक साथ प्रैक्टिकल की कॉपियां जमा करने के निर्देश कॉलेज प्रशासन ने दिए हैं. जिसके कारण छात्रों की भीड़ हो रही है. छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जैसे-तैसे कोरोना की दूसरी लहर से लोगों को राहत मिली है, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने जो इंतजाम किए हैं उसे देखकर लगता है कि कोरोना की तीसरी लहर को बुलाने के लिए इस तरह के इंतजाम किए गए थे.
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कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रों को हड़बड़ी में नहीं आना चाहिए. सभी की कॉपियां ली जाएंगी. जल्द ही कुछ और काउंटर छात्र हित को देखते हुए शुरू किए जाएंगे. ताकि छात्रों को कोरोना गाइडलाइन के पालन करवाने के साथ में सभी छात्रों को अपने प्रैक्टिकल नोट जमा करने में सहूलियत भी मिले.