ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले छात्रों की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब तक 3 शिकायतें विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास पहुंच चुकी हैं. जिनमें 64 कश्मीरी छात्रों के बारे में शिकायत की गई है कि उन्होंने जॉब करने के साथ ही विश्वविद्यालय से पीएचडी की है.
दरअसल हाईकोर्ट ग्वालियर बेंच में एक जनहित याचिका दायर की गई थी. जिसमें कहा गया था कि कई लोगों ने गलत तरीके से विश्वविद्यालय से पीएचडी हासिल की है. जबकि पीएचडी हासिल करने वाले लोग जॉब भी कर रहे थे. ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोर्स वर्क,गाइड के पास अटेंडेंस और संबंधित कॉलेज में इन लोगों ने अपनी उपस्थिति बिना मिलीभगत के कैसे दर्शा दी.
हाई कोर्ट के निर्देश पर रिटायर्ड जज डीके पालीवाल शुक्रवार से पीएचडी घोटाले की जांच शुरू कर सकते हैं. उन्हें हाई कोर्ट ने1 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास कश्मीर के ही 3 लोगों द्वारा 64 लोगों की शिकायत की गई है. इससे पहली शिकायत में 8 लोगों का जिक्र था. जिनके खिलाफ सबूत मिलने पर उनकी प्रवेश प्रक्रिया निरस्त कर दी गई थी. इसके बाद 31 और 25 छात्रों के बारे में भी जानकारियां भेजी गई हैं. जिन्होंने गलत तरीके से पीएचडी हासिल की है. फिलहाल कॉलेजों को नोटिस जरूर जारी किए हैं ।