ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को अपने ग्वालियर प्रवास के दौरान एक दलित युवक रामसेवक चिंडारिया के घर भोजन करने पहुंचे. उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे. इस दौरान सीएम ने रामसेवक के घर बने भोजन की तारीफ की और कहा कि 'भोजन स्वादिष्ट होने के साथ ही उसमें प्रेम का भाव भी था, इसलिए वे रामसेवक की आवभगत से अभिभूत हैं'
अधिकारियों का लगा रहा जमावड़ा
युवक रामसेवक चिंडारिया के घर भोजन करने पहुंचे यहां पहले से ही नगर निगम के अधिकारियों पुलिस और प्रशासन के लोगों का जमावड़ा था. सीएम अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा लेट चिंडारिया के घर पहुंचे, जहां उन्होंने मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भोजन किया.
समस्या में सफाईकर्मी का रिस्तेदार
पिछले 6 सालों से नगर निगम की सेवा से सस्पेंड चल रहे रामसेवक के चाचा ने कहा कि वे सीएम से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें घर के अंदर नहीं जाने दिया. उसने भीड़ में केवल ज्ञापन जरूर दिया है.
दो दिन में इलाके को मिली लाखों सुविधाएं
खास बात यह थी कि 2 दिन के भीतर ही रामसेवक चिंडारिया के घर की गली में सड़क निर्माण और आसपास के मकानों की पुताई भी जिला प्रशासन द्वारा कराई गई थी.
खाना बनाने के लिए लगाया गया था हलवाई
खास बात यह है कि सीएम ने दलित के घर भोजन करने का दावा किया था, लेकिन वहां की जमावट देखकर ऐसा नहीं लगता था कि दलित परिवार के हाथों का बना खाना खाया है. क्योंकि वहां नगर निगम की ओर से एक हलवाई भी लगाया गया था. रातों-रात गली की सड़कें बनाई गई और आसपास के तो मकानों पर पुताई भी कराई थी.