ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी के प्रचार रथ को पूर्व मंत्री एवं भाजपा के महाराष्ट्र सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उन्होंने कहा ''आज ग्वालियर से ग्वालियर और चंबल संभाग की 34 विधानसभा सीटों के लिए डिजिटल रथ रवाना किए गए हैं, जो सभी 34 विधानसभाओ में जाकर केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश की जन कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों के बारे में जनता को बताएंगे.
भाजपा के वचन जनता तक पहुंचाएंगे रथ: जयभान सिंह पवैया ने कहा कि ''भाजपा सरकार ने जो नए मिल के पत्थर गाड़े हैं, उन सबका यश गान रथ करेंगे. चुनाव के बीच जन-जन तक हमारी योजना पहुंचे, जिसके लिए यह रथ आज रवाना हो रहे हैं और इसका उद्देश्य एक ही है. जिन लोगों तक पंपलेट, पर्चे नहीं पहुंच पाते हैं, वहां यह रथ जगह-जगह होकर 34 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों को हमारे वचनों को पहुंचाने का काम करेंगे.''
कांग्रेस पार्टी में संकट: मध्य प्रदेश में सनातनी मुद्दा होगा, इसको लेकर पवैया ने कहा ''यह बहुत पुराना मुद्दा है.'' भारतीय जनता पार्टी से अपनी दावेदारी कर रहे लोगों के टिकट न मिलने पर वह बागी हो गए हैं और पार्टी छोड़ रहे हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ''यह सवाल कांग्रेस से पूछना चाहिए. अगर किसी का घर दरक रहा है. सब कांग्रेस पार्टी में संकट है. भारतीय जनता पार्टी में संकट नहीं है.''
भ्रष्टाचार की पावर ऑफ अटॉर्नी किसको दी: कांग्रेस पार्टी में कपड़े फटने के बयान को लेकर उन्होंने कहा ''हमारे मुख्यमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस में पावर ऑफ अटॉर्नी बांटे गए हैं. गाली खाने का अटॉर्नी एक किसी को दी गई है और जनता यह जानना चाह रही है. भ्रष्टाचार की पावर ऑफ अटॉर्नी कमलनाथ ने किसको दी है तो इस सवाल का जवाब तो कांग्रेस ही दे सकती है.''
भाजपा, कांग्रेस से काफी आगे है: रथ के प्रचार को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि ''यह फिजूल खर्ची है.'' जिसको लेकर पवैया ने कहा ''देखिए चुनाव है इसमें कांग्रेस अपना काम कर रही है और मैं समझता हूं कांग्रेस से 100 कदम भारतीय जनता पार्टी आगे है. प्रचार अभियान में हमारे सैनिक हमारे कार्यकर्ता हमारे बूथों के सेनापति अपने मोर्चो पर चुनाव प्रचार का आधे से ज्यादा काम कर चुके हैं और कांग्रेस अपना बोरिया बिस्तर भी तैयार नहीं कर पाई है. इसलिए हम कांग्रेस से काफी आगे हैं.'' कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि हमे 25 हजार करोड़ का हिसाब चाहिए, जिस पर उन्होंने कहा ''देखिए यह चुनाव में सवाल उठाए जाते हैं इनका कोई जवाब नहीं होता है.''