ग्वालियर। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने 14 अगस्त तक सरकारी, राजनीतिक, सामाजिक कार्यक्रम करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. साथ ही अपने विधायक, मंत्री और सांसदों को सार्वजनिक जगह जाने पर मास्क लगाने की हिदायत दी. इसके बावजूद भी मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री सीएम के आदेश को हवा में उड़ा रहे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा ग्वालियर में देखने को मिल रहा है, जहां मध्य प्रदेश सरकार के पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंसाना ग्वालियर के पूर्व से संभावित प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल के समर्थन में एक बैठक करने पहुंचे. जहां उन्होंने सौ से अधिक लोगों के साथ बैठक आयोजित की, साथ ही आने वाले उपचुनाव में मुन्नालाल गोयल को अधिक वोटों से जिताने की अपील भी कर रहे हैं.
बीजेपी द्वारा किए जा रहे बैठकों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता अजीत सिंह ने सवाल उठाए हैं, उन्होंने कहा है कि समझौते की सरकार है, पूर्व विधायक और मंत्री अपने ही मुखिया शिवराज सिंह चौहान की बात नहीं मान रहे हैं. वह लगातार बैठकें आयोजित कर रहे हैं, लेकिन इन सब का खामियाजा मध्यप्रदेश की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है. वहीं इस बारे में बीजेपी के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जो गाइडलाइन केंद्र और राज्य सरकार ने जारी की है, उनका सभी को पालन करना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर कहीं ना कहीं हम लोग कोरोना संक्रमण को दावत दे रहे हैं.
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री रोक के बावजूद बैठकें आयोजित कर रहे हैं, इससे पहले भी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की तस्वीरें भी सामने आई थीं, जो बिना मास्क लगाए जनता के बीच जा रहे हैं. हालांकि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने यहां तक कहा था कि अगर कोई विधायक, मंत्रियों, सांसद कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन उनकी ही सरकार के मंत्री उनका मखौल उड़ा रहे हैं, तो इन पर कार्रवाई करने कौन आएगा.