ग्वालियर। टिक्की का ठेला लगाने वाली ग्वालियर की जिस अर्चना शर्मा ने छह महीने पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वर्चुअल माध्यम से बात कर उनकी तारीफ की थी. आज वह फिर से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के लिए मजबूर है. लंबे समय से अर्चना के पति की तबीयत खराब है. वह बिस्तर पर पड़े हुए हैं, इस कारण अर्चना ने टिक्की का ठेला लगाना बंद कर दिया है, साथ ही अर्चना ने जो प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत 10,000 का लोन लिया था अब उसकी भी किश्त चुकाने में असमर्थ है. अब हालात यह हैं कि अर्चना के घर पर नगर निगम के अधिकारी पहुंचकर फिर से ठेला लगाने का दबाव बना रहे हैं.
निगम के चक्कर काट रही है अर्चना शर्मा
टिक्की का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा खुद अपनी परेशानियों को बयां करने के लिए नगर निगम दफ्तर पहुंची थी. जहां उन्होंने 1 से 2 घंटे तक अधिकारियों का इंतजार किया लेकिन कोई भी अधिकारी वहां पर नहीं पहुंचा. अर्चना शर्मा ने ईटीवी भारत को बताया कि उसके पति पिछले तीन महीने से बीमार है, इस कारण होने टिक्की का ठेला लगाना बंद कर दिया है. क्योंकि घर में अकेली होने के कारण और पति की देख रेख करने की वजह से वह टिक्की का ठेला नहीं लगा पा रही है.
पति के बीमार होने के कारण नहीं लगा पा रही ठेला
अर्चना का कहना है पति की बीमारी में अधिक पैसा खर्च होने के कारण वह कर्ज के डूब चुकी है. हालांकि आयुष्मान कार्ड होने के कारण कुछ पैसे की इलाज में मदद हो गई है, लेकिन फिर भी उसके बाद 50,000 से अधिक रुपये का कर्ज हो चुका है, साथ ही पति की बीमारी के चलते है. उन्होंने दो महीने से टिक्की का ठेला भी नहीं लगाया है. लोन नहीं चुका पा रही है.
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नहीं आते अधिकारी हालचाल पूछने
अर्चना का कहना है कि जब से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत की है. उसके बाद कोई भी अधिकारी उनका और उनके परिवार का हालचाल पूछने के लिए नहीं पहुंचा है. जब प्रशासन को यह पता लगा केवल टिक्की का ठेला नहीं लगा रही है, तो उनके पास अधिकारी का पहुंचना शुरू हो गया और उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि आपकी का ठेला लगाए, साथ ही लोन की किस्त भी समय पर भरें.
मुझे बेवजह परेशान ना किया जाए- अर्चना शर्मा
इसलिए अर्चना शर्मा आज नगर निगम कार्यालय कमिश्नर से मिलने पहुंचे लेकिन उपस्थित ना होने के कारण कमिश्नर से नहीं मिल पाई. अर्चना शर्मा ने ईटीवी भारत के माध्यम से मांग की है कि उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए, साथ ही उनके पति की तबीयत खराब है, इस वजह से पैसे ना होने के कारण वह परेशान है. इसलिए जिला प्रशासन से वह मदद की गुहार लगा रही है. उनका कहना है कि जिला प्रशासन उनकी मदद करें, ताकि वह पति का इलाज सही तरीके से करा सकें. 9 सितंबर को स्ट्रीट वेंडर की हितग्राहियों से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से बात की थी, उसमें ग्वालियर की अर्चना शर्मा भी शामिल थी.