ETV Bharat / state

संविधान ने अधिकारों के साथ दायित्व भी सभी को दिया है : जस्टिस माहेश्वरी

ग्वालियर में आयोजित अधिवक्ता परिषद के कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश जितेंद्र कुमार माहेश्वरी पहुंचे. जहां उन्होंने संविधान में मिले अधिकारों के साथ ही दायित्वों की भी जानकारी दी.

author img

By

Published : Jan 12, 2020, 8:00 PM IST

Advocate Council Program
अधिवक्ता परिषद का कार्यक्रम

ग्वालियर। हमारे संविधान की खूबसूरती है कि उसने सभी को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है. चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या मजहब का हो, लेकिन संविधान देश के लोगों से उनके दायित्व की भी अपेक्षा करती है. ये कहना है आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश जितेंद्र कुमार माहेश्वरी का.

अधिवक्ता परिषद का कार्यक्रम

अधिवक्ता परिषद के संविधान की प्रस्तावना और उसके मूल्य पर आधारित विधि व्याख्यानमाला में भाग लेने पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश माहेश्वरी ने कहा कि संविधान ने अभिव्यक्ति की आजादी, पंथनिरपेक्षता, सामाजिक, राजनीतिक और सम्मान से जीने का हक दिया है. ये हमारे संविधान की खूबसूरती है. संविधान ने जहां अनेकों अधिकार दिया है. वहीं लोगों से भी उनके दायित्व की अपेक्षा की है. हम हमेशा अधिकार की बात करते हैं, लेकिन अपने दायित्वों के प्रति उतने जागरूक नहीं रहते.

ग्वालियर के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जस्टिस माहेश्वरी के अलावा हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के न्यायाधीश आनंद पाठक और राजीव श्रीवास्तव भी विशेष रूप से मौजूद रहे. कार्यक्रम में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, हाई कोर्ट और जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे.

ग्वालियर। हमारे संविधान की खूबसूरती है कि उसने सभी को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है. चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या मजहब का हो, लेकिन संविधान देश के लोगों से उनके दायित्व की भी अपेक्षा करती है. ये कहना है आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश जितेंद्र कुमार माहेश्वरी का.

अधिवक्ता परिषद का कार्यक्रम

अधिवक्ता परिषद के संविधान की प्रस्तावना और उसके मूल्य पर आधारित विधि व्याख्यानमाला में भाग लेने पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश माहेश्वरी ने कहा कि संविधान ने अभिव्यक्ति की आजादी, पंथनिरपेक्षता, सामाजिक, राजनीतिक और सम्मान से जीने का हक दिया है. ये हमारे संविधान की खूबसूरती है. संविधान ने जहां अनेकों अधिकार दिया है. वहीं लोगों से भी उनके दायित्व की अपेक्षा की है. हम हमेशा अधिकार की बात करते हैं, लेकिन अपने दायित्वों के प्रति उतने जागरूक नहीं रहते.

ग्वालियर के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जस्टिस माहेश्वरी के अलावा हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के न्यायाधीश आनंद पाठक और राजीव श्रीवास्तव भी विशेष रूप से मौजूद रहे. कार्यक्रम में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, हाई कोर्ट और जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे.

Intro:ग्वालियर
हमारे संविधान की खूबसूरती है कि उसने सभी को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है चाहे वह किसी भी धर्म का हो। लेकिन संविधान ने देश के लोगों से उनके दायित्व की भी अपेक्षा की है। यह कहना है आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश जितेंद्र कुमार माहेश्वरी का।


Body:अधिवक्ता परिषद के संविधान की प्रस्तावना और उसके मूल्य पर आधारित विधि व्याख्यानमाला में हिस्सा लेने आए मुख्य न्यायाधीश आंध्र प्रदेश माहेश्वरी ने कहा कि संविधान ने हमें अभिव्यक्ति की आजादी, पंथनिरपेक्षता, सामाजिक, राजनीतिक और सम्मान से जीने का हक दिया है ।यह हमारे संविधान की खूबसूरती है संविधान ने जहां हमें अनेक अधिकार दिए हैं वहीं देश के लोगों से भी उनके दायित्व की अपेक्षा की है। हम हमेशा अधिकार की बात करते हैं लेकिन अपने दायित्वों के प्रति उतने जागरूक नहीं रहते।


Conclusion:कार्यक्रम रविवार को ग्वालियर के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में आयोजित किया गया इसमें हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के न्यायाधीश आनंद पाठक और राजीव श्रीवास्तव भी विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन तथा हाई कोर्ट तथा जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।
एंबिएंस बाइट जितेंद्र कुमार माहेश्वरी... मुख्य न्यायधीश आंध्र प्रदेश
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.