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अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को प्रशासन ने किया सील, गर्भवती महिला ने लगाया था लापरवाही का आरोप

गर्भवती महिला का गलत इलाज करने के आरोप में कृष्णपुरा में अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की है. कार्रवाई के दौरान क्लीनिक से प्रेगनेंसी टेस्ट किट सहित कई सामान जब्त किया गया है.

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Published : Sep 7, 2019, 11:39 AM IST

अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को प्रशासन ने किया सील

ग्वालियर। डबरा के कृष्णपुरा में प्रशासन की टीम ने अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की है. महिला डॉक्टर पर गर्भवती महिला ने गलत इलाज करने का आरोप लगाया था. जिसकी शिकायत दंपत्ति ने एसडीएम से की थी. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल टीम गठित कर क्लीनिक पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.

अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को प्रशासन ने किया सील

बता दें कि इंदरगढ़ के पचेरा गांव निवासी गर्भवती महिला डॉ. सलमाखान से इलाज करा रही थी. महिला का कहना है कि वह छह महीने की गर्भ से थी. एक दिन अचानक पेट में दर्द होने से उन्होंने दूसरे चिकित्सकों की सलाह ली. जहां अल्ट्रासाउंड कराने पर बच्चा पेट में मृत हो गया था. जिसके बाद महिला के परिजनों ने तत्काल ग्वालियर पहुंचकर. शासकीय अस्पताल में ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई.

महिला ने मामले की शिकायत एसडीएम से की थी. जिस पर अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील किया गया. एसडीएम राघवेंद्र पाण्डेय ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कार्रवाई के दौरान क्लीनिक से प्रेगनेंसी टेस्ट किट सहित कई सामान जब्त किया गया है. साथ ही क्लीनिक से फिजियोथैरेपिस्ट की डिग्री भी बरामद की गई है.

इससे पहले भी क्लीनिक पर हो चुकी है कार्रवाई
बता दें कि इसस पहले भी डॉक्टर सलमा खान अबॉर्शन को लेकर चर्चा में आई थी. तब भी तत्कालीन एसडीएम जयति सिंह ने जांच कराई थी पर अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैं यह क्लीनिक दोबारा संचालित होने लगा है.

ग्वालियर। डबरा के कृष्णपुरा में प्रशासन की टीम ने अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की है. महिला डॉक्टर पर गर्भवती महिला ने गलत इलाज करने का आरोप लगाया था. जिसकी शिकायत दंपत्ति ने एसडीएम से की थी. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल टीम गठित कर क्लीनिक पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.

अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को प्रशासन ने किया सील

बता दें कि इंदरगढ़ के पचेरा गांव निवासी गर्भवती महिला डॉ. सलमाखान से इलाज करा रही थी. महिला का कहना है कि वह छह महीने की गर्भ से थी. एक दिन अचानक पेट में दर्द होने से उन्होंने दूसरे चिकित्सकों की सलाह ली. जहां अल्ट्रासाउंड कराने पर बच्चा पेट में मृत हो गया था. जिसके बाद महिला के परिजनों ने तत्काल ग्वालियर पहुंचकर. शासकीय अस्पताल में ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई.

महिला ने मामले की शिकायत एसडीएम से की थी. जिस पर अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील किया गया. एसडीएम राघवेंद्र पाण्डेय ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कार्रवाई के दौरान क्लीनिक से प्रेगनेंसी टेस्ट किट सहित कई सामान जब्त किया गया है. साथ ही क्लीनिक से फिजियोथैरेपिस्ट की डिग्री भी बरामद की गई है.

इससे पहले भी क्लीनिक पर हो चुकी है कार्रवाई
बता दें कि इसस पहले भी डॉक्टर सलमा खान अबॉर्शन को लेकर चर्चा में आई थी. तब भी तत्कालीन एसडीएम जयति सिंह ने जांच कराई थी पर अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैं यह क्लीनिक दोबारा संचालित होने लगा है.

Intro:डबरा के कृष्णपुरा में डॉक्टर नागर्च का क्लीनिक है जिस पर डॉक्टर सलमाखान बैठती है यह चिकतस्क पूर्व में भी अबॉर्शन को लेकर चर्चा में आई थी तब भी तत्कालीन एसडीएम जयति सिंह ने जांच कराई थी पर अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैं यह क्लीनिक दोबारा संचालित होने लगा है/ यह फर्जी महिला डॉक्टर अपने दलालों से सरकारी हॉस्पिटल में से कस्टमर ओ को बुला लेती हैं और उनका इलाज कर ती हैBody:एंकर/फर्जी डॉक्टरों द्वारा बिना डिग्री के इलाज और लोगों की जान से खिलवाड़ करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ताजा मामला डबरा का है जहा 7 माह का बच्चा गर्भ में मृत हो गया और बिना डिग्री के इलाज कर रही डॉक्टर सलमा खान उसका बकायदा इलाज करती रही पीड़िता को जब ज्यादा परेशानी हुई तो उन्होंने दूसरे चिकित्सकों की सलाह ली और अल्ट्रासाउंड कराया तो बच्चा पेट में मृत हो गया था तत्काल ग्वालियर पहुंचे जहां शासकीय अस्पताल में ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई गई।आज पीड़ित परिवार डबरा एसडीएम के पास पहुंचा और चिकित्सक की शिकायत की एसडीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल टीम गठित की गई और क्लीनिक पर कार्रवाई की जहाँ प्रेगनेंसी टेस्ट किट सहित कई सामान मिला साथ ही क्लीनिक संचालन के दस्तावेज नहीं मिले जिसके चलते क्लीनिक को सील कर दिया गया साथ ही डॉक्टर पर फिजियोथैरेपिस्ट की डिग्री मिली आपको बता दें कि डबरा के कृष्णपुरा में डॉक्टर नागर्च का क्लीनिक है जिस पर डॉक्टर सलमाखान बैठती है यह चिकतस्क पूर्व में भी अबॉर्शन को लेकर चर्चा में आई थी तब भी तत्कालीन एसडीएम जयति सिंह ने जांच कराई थी पर अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैं यह क्लीनिक दोबारा संचालित होने लगा सबसे बड़ी बात है इस मामले का शिकार इंदरगढ के पचेरा गाँव निवासी पीड़ित महिला किरण के पूर्व से छः लड़कियाँ इस बार जो बच्चा डॉक्टर की लापरवाही के चलते मृत्यु हुआ बालक था इस कारण पूरे परिवार में गम का माहौल बना हुआ था फिलहाल क्लीनिक को सील कर दिया गया है पर लगता नहीं है कि उस फर्जी चिकित्सक पर कोई बड़ी कार्यवाही होगी क्योंकि हर बार क्लीनिक सीज होता है और कुछ दिन बाद खुल जाता है प्रशासन शायद तब जागेगा जब डॉक्टर की लापरवाही के चलते किसी निर्दोष मरीज को अपनी जान गवाना पड़ेगी।
बाइट ०१/ किरण पीढ़ित महिला
बाइट ०२/ पीढ़ित महिला का पति
बाइट ०४/ राघवेंद्र पाण्डेय एसडीएम डबरा
बाइट ०५/ डॉक्टर अरविंद शर्मा सीबीएमओ डबरा सिविल अस्पतालConclusion:सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन फर्जी डॉक्टरों को किसी भी तरह से प्रशासनिक अधिकारियों का डर और खौफ कतई नहीं है और वह प्रशासन के सामने अपना क्लीनिक चला रहे हैं जबकि इन डॉक्टरों के पास नहीं कोई डिग्री है ना ही कोई दस्तावेज उसके बावजूद भी क्लीनिक चला रहे हैं जब कोई पीड़ित इन डॉक्टरों की शिकायत कोई अधिकारी के पास लगाते हैं तब मौके पर पहुंचे अधिकारी के सामने यह फर्जी डॉक्टर मिलते ही नहीं हैं या डॉक्टर अपने शटर बंद कर करके भाग जाते हैं
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