ग्वालियर। ग्वालियर में इस बार महापौर पद के लिए मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है. क्योंकि कांग्रेस व बीजेपी के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है. खास बात यह है कि आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी कुछ दिन पहले तक महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष थीं. यही कारण है कि कई नाराज कांग्रेसी आम आदमी पार्टी के समर्थन में वार्डों में चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि कांग्रेस और बीजेपी के नेता आम आदमी पार्टी को एक- दूसरे के दिल की बी टीम करार दे रहे हैं.
ग्वालियर में मुकाबला त्रिकोणीय : आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रुचि राय का कहना है कि वह किसी भी दल के वोट काटने के लिए नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी की विजय के लिए मैदान में हैं. यह पहला मौका है जब ग्वालियर महापौर चुनाव के लिए मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है. आम आदमी पार्टी के मैदान में होने से सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस को हो सकता है. कांग्रेस नेता आरपी सिंह का कहना है कि कांग्रेस का वोटर विचारधारा का वोटर है. वह व्यक्ति के साथ नहीं, विचारधारा के साथ चलता है.
सबके अपने -अपने दावे : कांग्रेस नेता आरपी सिंह का कहना है कि रुचि राय जब तक कांग्रेस में थी तो जनता उनके साथ थी. आज उन्होंने पार्टी की विचारधारा से अलग होकर चुनाव लड़ा है, ऐसे में कांग्रेस को इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का कहना है कि हर बार के चुनाव में कोई न कोई नई पार्टी पर्यटक के समान चुनावी मौसम में घूमने के लिए आती है और ऐसी ही या आम आदमी पार्टी ग्वालियर में इस निकाय चुनाव में घूमने के लिए आई है. आम आदमी पार्टी से बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रुचि राय का कहना है कि इस बार जनता बदलाव चाहती है. (AAP between BJP and Congress)
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