ग्वालियर। एक दंपत्ति ने अपने ही मकान मालिक शिक्षिका को ठग लिया है. ठग दंपत्ति ने मकान मालिक के साथ एक ऐसे प्लॉट का सौदा किया, जो बैंक में पहले से ही बंधक था. इस प्लॉट के नाम पर 15 लाख रुपए दंपति ने हड़प लिए है. इतना ही नहीं कारोबार शुरू करने के नाम पर भी 22 लाख रुपए ले लिए, वहीं पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तम बिहार में रहने वाली फरियादी विजेता त्रिवेदी पेशे से प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका है. वो अपने पति शैलेंद्र त्रिवेदी के साथ रहती है, पुरषोत्तम बिहार गोला का मंदिर में उनका अपना मायका है. पिता के निधन के बाद घर की बड़ी होने के नाते उन पर ही अपने बहन भाइयों की जिम्मेदारी है.
आरोपी निधि माहेश्वरी और पति बृजबल्लभ महेश्वरी उनके यहां लंबे समय से बतौर किरायेदार के रूप में रह रहे थे, लेकिन वह अब बहोड़ापुर में रह रहे हैं. वहीं दोनों के बीच परिवारिक तालुकात बन गए थे. आरोपी बृजबल्लभ और उसकी पत्नी निधि शुरू से ही ठग प्रवृत्ति के थे. उन्होंने विजेता त्रिवेदी से सागर ताल रोड स्थित एक प्लॉट 17 लाख रुपए में सौदा किया. इसमें 15 लाख रुपए विजेता ने निधि को दे दिए 2 लाख रुपए रजिस्ट्री कराने पर देने का वादा किया.
कुछ समय बाद जब रजिस्ट्री कराने की बात विजेता ने विधि से की तो दोनों पति-पत्नी टालमटोल करने लगे. इस बीच विजेता त्रिवेदी ने उसके बारे में जांच पड़ताल की तो पता चला कि बैंक ऑफ इंडिया शिंदे की छावनी स्थित शाखा में गिरवी रखा हुआ है. हकीकत के बारे में जब आरोपियों को बताया गया और पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने दोनों ने फरियादी को ही गलत बताने लगे.
वहीं साल 2016 से 2018 के बीच आरोपी पति-पत्नी फरियादी से 22 लाख की रकम अपना काम चलाने के नाम पर ले चुके थे. फरियादी विजेता त्रिवेदी ने जब सारा पैसा वापस मांगा तो बृजबल्लभ ने सीधे तौर पर धमकी दे डाली कि उन्होंने कोई पैसा नहीं लिया जो किया जाए कर लो. आरोपियों ने यहां तक कह दिया कि वो विजेता की पति सहित हत्या करवा देंगे. जिसके बाद विेजेता पुलिस थाने पहुंची और धोखाधड़ी की शिकायत की. पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी दंपत्ति निधि व बृजबल्लभ के विरोध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.