ग्वालियर। कोरोना संकट से जूझ रहे मध्यप्रदेश में यह ऐसा समय है जिस वक्त प्रदेश को डॉक्टरों की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, ऐसे समय में ग्वालियर में 50 MBBS डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है.
ग्वालियर में कोविड-19 से निपटने के लिए हफ्ते भर पहले अस्थाई रूप से भर्ती किए गए 84 डॉक्टरों अलग-अलग विभागों में की भर्ती की गई थी. इसमें से इस्तीफा देने वाले सभी 50 डॉक्टर गजराराजा मेडिकल कॉलेज में पदस्थ थे. अचानक एमबीबीएस डॉक्टरों के इस स्थिति के पीछे मध्य प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आदेश में बदलाव कर 'इच्छुक' शब्द का इस्तेमाल करना और कोरोना का डर बताया जा रहा है.
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कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने डॉक्टर्स की कमी न हो इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश में ग्वालियर के जीआरएमसी कॉलेज सहित प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस इंटर्नशिप करने वालों को 3 माह की नियुक्ति का आदेश जारी किया था. नियुक्ति का अधिकार डीएम को दिया था. नियुक्ति होने वाले एमबीबीएस डॉक्टर को 55 हजार मासिक मानदेय दिए जाने के निर्देश दिए थे.