ग्वालियर। महाराजपुरा थाना (maharajpura police station) क्षेत्र में जल रहे कूड़े में धमाका होने से पांच बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. इनमें से एक बच्चे की हाथ के चिथड़े उड़ गए और आंख बुरी तरह जख्मी हो गई. बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका उपचार चल रहा है. बताया जा रहा है कि बच्चों ने जल रहे कूड़े में एक पटाखा फेंक दिया था जिसके बाद जोरदार विस्फोट (gwalior explosion) हुआ. घटना की सूचना पर ग्वालियर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच में जुट गई है.
कचरे के ढेर में हुआ धमाका
मिली जानकारी के मुताबिक, महाराजपुरा क्षेत्र के कुंवरपुर गांव में मस्जिद के पास मोहल्ले के बच्चे रविवार शाम चार बजे के करीब खेल रहे थे. इसी दौरान 8 साल के रिजवान खां को सड़क पर देशी पटाखा मिला. वह पटाखा को लेकर हिलाने-डुलाने लगा. पास ही अन्य बच्चे संजना (10), अजान (6), फरहान (11) और पायल (6) खड़े थे. सभी उस पटाखे से खेल रहे थे. इसके बाद बच्चों ने पटाखा पास ही कचरे के ढेर में जल रही आग में डाल दिया. तभी अचानक तेज धमाका हुआ. इससे रिजवान के सीधे हाथ का पंजा उड़ गया और चिंगारी उसकी आंख में घुस गई. वहीं अन्य बच्चे भी बुरी तरह झुलस गए.
रिजवान का हाथ और आंख डैमेज
रिजवान के अलावा अन्य बच्चों को भी चेहरे, शरीर पर गंभीर चोट आई है. घायलों को जयारोग्य अस्पताल ग्वालियर (jayarogya hospital gwalior) में भर्ती कराया गया है. रिजवान और फरहान की हालत नाजुक है. रिजवान का एक हाथ का पंजा व आंख डैमेज हुई है. डॉक्टर का कहना है कि उसकी एक आंख पूरी तरह खराब हो गई है. उसके हाथ का पंजा भी वापस नहीं जुड़ सकता. कुंवरपुर में रहने वाले रफीक खान का कहना है कि शनिवार रात कुंवरपुर से बारात निकली थी. बारात में पटाखे चल रहे थे. उसमें से एक पटाखा बिना चला रह गया था. इसे बारात की खुशी में लोगों ने लापरवाही से वहीं छोड़ दिया. बाहर खेल रहे बच्चों ने उसे उठा लिया. इसके बाद यह हादसा हो गया.
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रफीक खान ने बताया कि जिस समय धमाके की आवाज आई, तो वही सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे थे. रिजवान के हाथ के चिथड़े उड़ गए थे. उसकी आंख से खून बह रहा था. अन्य बच्चे भी खून से लथपथ थे. वह दृश्य दिल दहला देने वाला था. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.