ग्वालियर। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के गृह जिले ग्वालियर में कुपोषण का दंश जारी है. पिछले डेढ़ महीने में पुनर्वास केंद्र के रिकॉर्ड के मुताबिक 45 से ज्यादा बच्चों को अलग अलग तरीकी की शिकायत होने पर एनआरसी में भर्ती कराया गया है.
जिले में गर्मी का मौसम आते ही एक बार फिर कुपोषित बच्चे बीमार होने लगे हैं. पिछले डेढ़ महीने में ही ग्वालियर के थाटीपुर स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में आधा सैकड़ा बच्चों को भर्ती कराया गया है. सोमवार और मंगलवार के बीच 10 बच्चे कुपोषण की शिकायत के चलते भर्ती कराए गए हैं. इन बच्चों का यूनिसेफ और राज्य सरकार की मदद से इलाज किया जा रहा है. सभी बच्चे बेहद गरीब वर्ग से ताल्लुक रखते हैं.
पोषण पुनर्वास केंद्र यानी एनआरसी के मुताबिक कुपोषण का सबसे बड़ा कारण गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों में अशिक्षा, कम उम्र में शादी, बच्चों के बीच कम अंतराल और मां की कमजोरी प्रमुख घटक है. जब तक मौसम अनुकूल रहा तब तक एनआरसी में इक्का-दुक्का ही बच्चे भर्ती थे.
गर्मी बढ़ते ही कुपोषित बच्चों में डायरिया, बुखार सहित दूसरी बीमारियों के चलते उन्हें एनआरसी भर्ती कराया गया है. पिछले 2 दिनों में ही 10 बच्चे कुपोषण की हालत में भर्ती कराए गए. कुपोषण के मुद्दे पर सरकार हमेशा विपक्ष के निशाने में रही है पूर्ववर्ती सरकार पर कांग्रेस ने निशाना साधा था, लेकिन अब इन मामलों में ना तो राज्य सरकार गंभीर दिखाई देती है ना ही विपक्ष में बैठी भाजपा सरकार.