ग्वालियर। मध्य प्रदेश के साथ-साथ शहर में भी आज से 10वीं और 12वीं की कक्षाएं संचालित की जा रही है. हालांकि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम ही देखने को मिल रही है. जो बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से परिजनों का सहमति पत्र लेकर आना है.
इस दौरान ऐहतियात के तौर पर स्कूल के मेन गेट पर बच्चों के हैंड सैनिटाइज किए गए. साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई, क्लास रूम में भी सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखा गया.
बच्चों ने क्या कहा ?
आज पूरे प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खोले गए हैं. इसी को लेकर शहर के पदमा कन्या स्कूल को भी खोला गया. इस दौरान बच्चों की उपस्थिति कम ही देखने को मिला. वहीं स्कूली बच्चों का कहना है कि 8 महीने से ऊपर हो गए. इसलिए हमारी पढ़ाई पूरी तरह से डिस्टर्ब हो चुकी है, लेकिन आज कक्षाएं शुरू हो गई हैं. इसलिए कोरोना को ध्यान में रखते हुए सैनिटाइजर और मास्क लगाकर ही स्कूल आ रहे हैं.
छात्रों का कहना है कि अभी संक्रमण को देखते हुए थोड़ा डर लग रहा है, लेकिन व्यवस्थाओं को देखते हुए कोई परेशानी नहीं है. वहीं उनका ये भी कहना है कि हमारे माता-पिता भी स्कूल भेजने में अभी कतरा रहे हैं, लेकिन स्कूल संचालकों से बातचीत करने के बाद हमारे माता-पिता हमें स्कूल भेजने के लिए तैयार हो गए.
स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है. अभी बच्चे कम आए हैं, लेकिन जल्द ही बड़ी संख्या में बच्चे आना शुरू हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि, सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है, जहां एक कक्षा में 25 से अधिक बच्चे नहीं बैठाए जा रहे है.
गौरतलब है कि शहर में अभी तक 15 साल तक के 560 बच्चे कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं, जबकि एक बच्चे की मौत हो चुकी है.