ग्वालियर। को-ऑपरेटिव बैंक में घोटाले के मामले में निलंबित चल रहे 10 सहायक समिति प्रबंधकों को बर्खास्त कर दिया गया है. कलेक्टर ने पुलिस और को-ऑपरेटिव विभाग को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. को-ऑपरेटिव विभाग के अधिकारी 14 हाउसिंग सोसायटियों की जानकारी लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बताया कि तीन तरह के घोटाले सामने आए हैं. पहला वे जिन्होंने के-ऑपरेटिव बैंक से 100 करोड़ के ऊपर का लोन लिया है और डिफॉल्टर घोषित हो चुके हैं. दूसरे जिन्होंने किसान ऋण माफी योजना में घोटाला किया और तीसरे वे जिन्होंने सहकारी को-ऑपरेटिव सोसायटी में घपला किया है. इसमें से पहले तरह के घोटाले में दस सहायक समिति प्रबंधकों को बर्खास्त किया है. इनके नाम इस प्रकार हैं.
- बदनावर आखिरी शाखा के समिति प्रबंधक बालकृष्ण चौबे
- चितौरा की पिछोर शाखा की केशव राणा
- मेहगांव की पिछोर शाखा के मान सिंह यादव
- सिमरिया ताल की डबरा शाखा के नौशाद खान
- झाडोली की डबरा शाखा धर्मेंद्र रावत
- पिटाइल की डबरा शाखा के कमल किशोर रावत
- घाटीगांव की शाखा के घनश्याम शर्मा करेगी
- घाटीगांव शाखा के श्री कृष्ण शर्मा
- होली की बेहट के गुलाब सिंह
- द्वारका प्रसाद शर्मा