गुना। चाचौड़ा तहसील में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जहां 84 लाख रुपए के फर्जी तरीके से गबन पर जिला पंचायत सीईओ ने दो अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि साल 2018 में 339 जोड़ों की दोबारा शादी कराने के मामले में सीईओ ने ये आदेश दिया है.
9 महीने पहले तत्कालीन शिवराज सरकार में चाचौड़ा तहसील के अजगरी गांव में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 339 जोड़ों के नाम सूची में शामिल किया गया था. पूर्व बीजेपी विधायक ममता मीना के गांव में 27 अप्रैल 2018 में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में जिन जोड़ों को शामिल किया गया था. उनका नाम साल 2017 में भी योजना में शामिल किया गया था. इसका मतलब है कि 339 जोड़ों को दोबारा शादी के बंधन में बांधकर 84 लाख रुपए का फर्जी तरीके से गबन किया गया.
हर जोड़े के हिसाब से 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी. जिसमें फर्जीवाड़ा किया गया है. जांच अधिकारी के मुताबिक 27 अप्रैल को आजगरी गांव में केवल 87 जोड़ों की शादी हुई. जबकि 27 मई को काला पहाड़ गांव में इस योजना के तहत जोड़ों का विवाह संपन्न ही नहीं हुआ. वहीं कागजों में संचालित की गई मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के इस फर्जीवाड़े को लेकर राजनीति भी गरमा गई है क्योंकि जिस गांव में शादी समारोह का आयोजन होना बताया गया है, वह पूर्व बीजेपी विधायक ममता मीना से जुड़ा है. जबकि दूसरा गांव काला पहाड़ जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना चौहान का है.