गुना: गुना के बरोद गांव में खनन माफिया ने खनिज विभाग के कर्मचारियों की घेराबंदी कर मारपीट की. सरकारी ड्राइवर अंशु गौतम के सिर और आंख में गंभीर चोट आई है. ड्राइवर को लाठियों से पीट पीटकर बेहाल कर दिया है. वहीं खनिज विभाग पर माफिया से सांठगांठ के भी आरोप लग रहे हैं.
माफिया ने खनिज अमला पर किया जानलेवा हमला: माफिया के हौंसले इतने ज्यादा बुलंद थे कि उन्होंने अवैध उत्खनन में लिप्त 3 ट्रैक्टरों को टीम के चंगुल से छुड़ा लिया और फरार हो गए. खनिज विभाग की टीम की घेराबंदी कर कर्मचारियों से झड़प हो गई. खनिज विभाग छापेमारी करने गया था, लेकिन माफिया विभागीय अमले पर हावी हो गए. आरोन थाने में धर्मेंद्र रघुवंश, शिवकुमार रघुवंशी समेत 3 बदमाशों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है. फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं. आरोपी लगातार सिंध नदी से रेत का अवैध कारोबार करते हैं. विभागीय अमले और माफिया के बीच पहले भी टकराव हो चुका है.
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पहले भी हो चुका है हमला: वहीं, इस पूरे मामले में खनिज अधिकारी दीपक सक्सेना ने बताया कि "बरोद गांव में अवैध उत्खनन की सूचना मिली थी. खनिज विभाग की टीम के 6 सदस्य छापेमारी करने गए थे. रेत से भरी 3 ट्रैक्टर पकड़े गए थे, लेकिन बदमाशों ने टीम पर हमला बोल दिया और ट्रैक्टर छुड़ा कर ले गए. 3 आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की एफआईआर कराई गई है. बरोद गांव में पहले भी खनिज विभाग की टीम पर हमला हो चुका है. माफिया सिंध नदी से बड़े पैमाने पर रेत का खनन किया जाता है. जिसे रोक पाने में विभाग सक्षम नहीं है."