गुना। जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के अध्यक्ष हरि विजयवर्गीय ने पार्षदों के स्थान का खुलासा किए बिना कहा, पार्टी ने अपने अधिकांश पार्षदों को मोबाइल फोन से दूर रखा है, किसी डर के कारण नहीं, बल्कि पिछले अनुभवों के आधार पर. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इन पार्षदों को कहां भेजा गया है. हरि विजयवर्गीय ने कहा कि भोपाल में पूर्व में हुए जिला पंचायत चुनाव में खरीद फरोख्त और हाल ही में पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के बयान के बाद से भी पार्टी अलर्ट पर है. दरअसल सिसोदिया ने हाल ही में हुए राघौगढ़ निकाय चुनाव के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा में शामिल हो जाएं वरना मामा (मुख्यमंत्री का) बुलडोजर तैयार है. उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य में सत्ताधारी पार्टी अगला चुनाव जीतेगी.
भाजपा बोली-कांग्रेस में आपसी गुटबाजी: भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार ने अपने पार्षदों को स्थानांतरित करने के कांग्रेस के कदम को कांग्रेस की "आंतरिक कलह" करार दिया. उन्होंने कहा ''राघौगढ़ कांग्रेस में आपसी गुटबाजी है, बहुमत के बावजूद कांग्रेस ने अपने पार्षदों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया, हालांकि भाजपा खरीद फरोख्त में विश्वास नहीं करती है''. सिकरवार ने कहा कि ''पार्षदों को अपनी मर्जी से वोट देने का अधिकार है. यह दावा करते हुए कि कांग्रेस नेताओं ने अपनी हार पहले ही स्वीकार कर ली है, भाजपा के जिला प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी आरएमसी अध्यक्ष पद के लिए भी उम्मीदवार खड़ा करेगी''.
निकाय चुनाव में कांग्रेस के 142 उम्मीदवार जीते: राघौगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का गृह क्षेत्र है, उन्होंने 4 बार राघौगढ़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था, जबकि उनके भाई लक्ष्मण सिंह यहां से दो बार जीते थे. दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह वर्तमान में इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो उनका दूसरा कार्यकाल है. आरएमसी सहित 19 नगरीय निकाय चुनावों के लिए मतदान 20 जनवरी को हुआ था, जबकि परिणाम 23 जनवरी को घोषित किया गया था. इन 19 छोटे शहरी स्थानीय निकायों में पार्षदों के 183 पदों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जबकि 143 वार्डों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. ये पार्षद अब अपने-अपने नगर निकाय के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे.