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सिगरेट पीने के लिए दलित ने नहीं दी दबंगों को माचिस, लाठियों से पीट-पीटकर कर दी हत्या

गुना के करोंद गांव में माचिस ना देना एक दलित को भारी पड़ गया. दो युवकों ने माचिस ना मिलने पर दलित को लाठी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

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दलित हत्या
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Published : Nov 28, 2020, 4:57 PM IST

Updated : Nov 28, 2020, 10:48 PM IST

गुना। बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के करोंद गांव में मामूली विवाद के चलते एक दलित की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दलित की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने आरोपियों को माचिस नहीं दी थी. गुना जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर करोंद गांव में शुक्रवार शाम को दलित से गांव के ही दो युवकों यश यादव और अंकेश यादव ने सिगरेट पीने के लिए माचिस मांगी. युवकोंं को जवाब देते हुए दलित ने कहा कि वह सिगरेट और बीड़ी नहीं पीते हैं, इसलिए उनके पास माचिस नहीं है. जिसके बाद दोनों युवकों और दलित के बीच शुरु हुई कहासुनी तीखी बहस में बदल गई. धीरे-धीरे बहस गाली-गलौज भी शुरु हो गई.

दलित की पीटकर की गई हत्या

मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि विवाद के दौरान अंकेश और यश ने लाठियों से लालजी को पीटना शुरु कर दिया. एक लाठी दलित के सिर के पिछले हिस्से पर लगी. जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा. घटना की सूचना मिलते ही दलित के परिजन मौके पर पहुंचे और दोनों ही आरोपी वहां से भाग निकले. वहीं परिजन किसी तरह दलित को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां उसका इलाज किया गया. लेकिन कोमा में जाने की वजह से डॉक्टरों ने उसे शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. जहां दलित के परिजन उसे शिवपुरी ले जाने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान दलित ने दम तोड़ दिया.

चक्काजाम की थी तैयारी

मृतक के परिजनों ने हत्या से आक्रोशित होकर हनुमान चौराहे पर जाम लगाने की तैयारी कर ली थी. जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने परिजनों को समझाइश दी. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे. उन्होंने भी गुना में एसपी सहित बजरंगगढ़ थाना पुलिस को मामले में तत्परता के साथ कार्रवाई के निर्देश दिए. बजरंगगढ़ पुलिस ने शाम को ही दोनों आरोपी अंकेश और यश यादव को गिरफ्तार कर लिया है. फिर भी एहतियात के तौर पर बजरंगगढ़ में पुलिस बल तैनात किया गया है. जिससे हत्या का यह विवाद समुदाय विशेष में तनाव की स्थिति उत्पन्न न कर दें.

दलित की हत्या मामले में जानकारी देते एएसपी

घटना पर विधायक का बयान

वहीं इस मामले में विधायक गोपीलाल जाटव का कहना है कि जो घटना हुई वह गलत है, इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एसपी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए.

दलित हत्या पर विधायक का बयान

बीजेपी और सिंधिया का दोहरा चरित्र आया सामने

गुना दलित हत्या मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कानून की स्थिति जंगलराज की तरह हो गई है. एक दलित को मार दिया गया और उल्टा पुलिस ने मामले मे लेटलतीफी भी कि. सिंधिया पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि खुद को गुना चंबल का बेटा कहने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया कहां हैं. कब वो अपनी सरकार पर सवाल उठाएंगे और गुना के दलितों की लड़ाई लड़ेंगे. इस पूरे मामले में बीजेपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का दोहरा चरित्र सामने आ गया है.

कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना

पढ़ें:परिजनों से मिल भावुक हुए सीएम, कहा-परिवार की हिफाजत करेंगे, दोषियों को सजा दिलाएंगे

20 दिन पहले भी गुना में युवक को जलाया था जिंदा

गुना जिले में दलित की नृशंस हत्या का एक महीने में दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले 7 नवंबर को बमौरी ब्लॉक के ग्राम उकावद खुर्द में विजय सहरिया नामक युवक को जिंदा जलाकर मार दिया गया था. घटना 7 नवंबर की रात 10 बजे की थी. मृतक ने मरने से पहले बयान में खुद को जलाने की पुष्टि की थी. बताया गया कि छोटी गांव में मृतक विजय सहरिया और आरोपी राधेश्याम लोधा शुक्रवार रात 10 बजे एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे. इस दौरान दोनों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी. विवाद इतना बढ़ गया था कि राधेश्याम ने अपने घर में रखा मिट्टी का तेल विजय के ऊपर डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था. देखते ही देखते विजय आग की लपटों में घिर गया और बुरी तरह झुलस गया था.

इस दौरान मोहल्ले में बैठीं कुछ महिलाओं ने विजय को बचाने का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो सकीं थी. जानकारी मिलने पर बमौरी थाने का अमला मौके पर पहुंचा और आग से जलने वाले शख्स विजय सहरिया का बयान दर्ज किया था. विजय सहरिया के बयान के बाद पुलिस ने राधेश्याम को गिरफ्तार किया था.

सीएम ने पीड़ित परिवार से की थी मुलाकात

वहीं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बमौरी क्षेत्र के उकावदखुर्द गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने 6 नवंबर को जिंदा जलाकर मारे गए विजय सहरिया के परिवार से चर्चा की थी. सीएम ने मृतक विजय की पत्नी से मुलाकात करते हुए कहा था कि वह उनके परिवार के सदस्य की तरह ही हैं, सरकार उनके साथ खड़ी है. इस दौरान सीएम विजय के बच्चों नैनसी और पीयूष से मिलते हुए भावुक नजर आए थे.

अधिकारी ले रहे पल-पल की अपडेट

वहीं 6 नवंबर के बाद 27 नवंबर को एक बार फिर दलित की इस तरह हत्या करने के बाद दो समुदायों में तनाव की स्थिति है. जिसे रोकने के लिए पुलिस सतर्क बनी हुई है. मामले में पल-पल की अपडेट वरिष्ठ अधिकारी ले रहे हैं.

गुना। बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के करोंद गांव में मामूली विवाद के चलते एक दलित की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दलित की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने आरोपियों को माचिस नहीं दी थी. गुना जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर करोंद गांव में शुक्रवार शाम को दलित से गांव के ही दो युवकों यश यादव और अंकेश यादव ने सिगरेट पीने के लिए माचिस मांगी. युवकोंं को जवाब देते हुए दलित ने कहा कि वह सिगरेट और बीड़ी नहीं पीते हैं, इसलिए उनके पास माचिस नहीं है. जिसके बाद दोनों युवकों और दलित के बीच शुरु हुई कहासुनी तीखी बहस में बदल गई. धीरे-धीरे बहस गाली-गलौज भी शुरु हो गई.

दलित की पीटकर की गई हत्या

मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि विवाद के दौरान अंकेश और यश ने लाठियों से लालजी को पीटना शुरु कर दिया. एक लाठी दलित के सिर के पिछले हिस्से पर लगी. जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा. घटना की सूचना मिलते ही दलित के परिजन मौके पर पहुंचे और दोनों ही आरोपी वहां से भाग निकले. वहीं परिजन किसी तरह दलित को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां उसका इलाज किया गया. लेकिन कोमा में जाने की वजह से डॉक्टरों ने उसे शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. जहां दलित के परिजन उसे शिवपुरी ले जाने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान दलित ने दम तोड़ दिया.

चक्काजाम की थी तैयारी

मृतक के परिजनों ने हत्या से आक्रोशित होकर हनुमान चौराहे पर जाम लगाने की तैयारी कर ली थी. जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने परिजनों को समझाइश दी. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे. उन्होंने भी गुना में एसपी सहित बजरंगगढ़ थाना पुलिस को मामले में तत्परता के साथ कार्रवाई के निर्देश दिए. बजरंगगढ़ पुलिस ने शाम को ही दोनों आरोपी अंकेश और यश यादव को गिरफ्तार कर लिया है. फिर भी एहतियात के तौर पर बजरंगगढ़ में पुलिस बल तैनात किया गया है. जिससे हत्या का यह विवाद समुदाय विशेष में तनाव की स्थिति उत्पन्न न कर दें.

दलित की हत्या मामले में जानकारी देते एएसपी

घटना पर विधायक का बयान

वहीं इस मामले में विधायक गोपीलाल जाटव का कहना है कि जो घटना हुई वह गलत है, इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एसपी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए.

दलित हत्या पर विधायक का बयान

बीजेपी और सिंधिया का दोहरा चरित्र आया सामने

गुना दलित हत्या मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कानून की स्थिति जंगलराज की तरह हो गई है. एक दलित को मार दिया गया और उल्टा पुलिस ने मामले मे लेटलतीफी भी कि. सिंधिया पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि खुद को गुना चंबल का बेटा कहने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया कहां हैं. कब वो अपनी सरकार पर सवाल उठाएंगे और गुना के दलितों की लड़ाई लड़ेंगे. इस पूरे मामले में बीजेपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का दोहरा चरित्र सामने आ गया है.

कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना

पढ़ें:परिजनों से मिल भावुक हुए सीएम, कहा-परिवार की हिफाजत करेंगे, दोषियों को सजा दिलाएंगे

20 दिन पहले भी गुना में युवक को जलाया था जिंदा

गुना जिले में दलित की नृशंस हत्या का एक महीने में दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले 7 नवंबर को बमौरी ब्लॉक के ग्राम उकावद खुर्द में विजय सहरिया नामक युवक को जिंदा जलाकर मार दिया गया था. घटना 7 नवंबर की रात 10 बजे की थी. मृतक ने मरने से पहले बयान में खुद को जलाने की पुष्टि की थी. बताया गया कि छोटी गांव में मृतक विजय सहरिया और आरोपी राधेश्याम लोधा शुक्रवार रात 10 बजे एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे. इस दौरान दोनों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी. विवाद इतना बढ़ गया था कि राधेश्याम ने अपने घर में रखा मिट्टी का तेल विजय के ऊपर डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था. देखते ही देखते विजय आग की लपटों में घिर गया और बुरी तरह झुलस गया था.

इस दौरान मोहल्ले में बैठीं कुछ महिलाओं ने विजय को बचाने का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो सकीं थी. जानकारी मिलने पर बमौरी थाने का अमला मौके पर पहुंचा और आग से जलने वाले शख्स विजय सहरिया का बयान दर्ज किया था. विजय सहरिया के बयान के बाद पुलिस ने राधेश्याम को गिरफ्तार किया था.

सीएम ने पीड़ित परिवार से की थी मुलाकात

वहीं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बमौरी क्षेत्र के उकावदखुर्द गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने 6 नवंबर को जिंदा जलाकर मारे गए विजय सहरिया के परिवार से चर्चा की थी. सीएम ने मृतक विजय की पत्नी से मुलाकात करते हुए कहा था कि वह उनके परिवार के सदस्य की तरह ही हैं, सरकार उनके साथ खड़ी है. इस दौरान सीएम विजय के बच्चों नैनसी और पीयूष से मिलते हुए भावुक नजर आए थे.

अधिकारी ले रहे पल-पल की अपडेट

वहीं 6 नवंबर के बाद 27 नवंबर को एक बार फिर दलित की इस तरह हत्या करने के बाद दो समुदायों में तनाव की स्थिति है. जिसे रोकने के लिए पुलिस सतर्क बनी हुई है. मामले में पल-पल की अपडेट वरिष्ठ अधिकारी ले रहे हैं.

Last Updated : Nov 28, 2020, 10:48 PM IST
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