डिंडौरी। जिले में ऐसे कई ग्रामीण इलाके हैं, जहां डिजिटिल इंडिया के दौर में भी ग्रामीणों को मोबाइल नेटवर्क तक ढंग से मयस्सर नहीं होता है, एक ओर दुनिया के साथ तकनीकी कदमताल के लिए डिजिटिल इंडिया जैसी योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं आज भी प्रदेश के कई इलाके ऐसे हैं, जहां लोगों को सिर्फ मोबाइल पर बात करने के लिए तीन से चार किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है.
डिंडौरी जिले के शहपुरा विकास खंड में छीरपानी पंचायत के पांच गांव ऐसे हैं, जहां अभी भी नेटवर्क में आने के लिए या तो छत पर चढ़ना पड़ता है या फिर गांव से दो-तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. ग्रामीणों की मानें तो मोबाइल नेटवर्क की समस्या के चलते शासकीय सुविधाएं भी उन्हें नसीब नहीं हो रही हैं.
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ग्रामीणों का कहना है कि हम सरकार से यही मांग करते हैं कि हमारे यहां नेटवर्क के लिए टॉवर लगवाया जाए, जिससे बच्चों का भविष्य संवर सके क्योंकि कोरोना काल में सरकार ने ऑनलाइन क्लासेस की मुहिम चलाई है, जिससे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है, पर नेटवर्क नहीं होने के कारण छात्र-छात्राएं पढ़ाई से वंचित हैं. वे कहां जाकर पढ़ाई करें. कहां भेजे. सरकार से मांग करते हैं कि जल्द गांव में एक नेटवर्क टॉवर लगवाया जाए, जिससे हम भी सरकार की योजनाओं को ऑनलाइन देख सकें और ऑनलाइन क्लासेज के जरिए पढ़ाई कराई जा सके.