डिंडौरी। आदिवासी जिला डिंडौरी के जिला चिकित्सालय में भर्ती एक साल की मासूम कुपोषण का दंश झेल रही है. शारीरिक कमजोरी के चलते वो अभी अच्छे से अपनी आंखें भी नहीं खोल पा रही है. इस बच्ची का इलाज कराने के लिए उसकी मां जिला चिकित्सालय लेकर पहुंची, जहां भर्ती करने के दौरान डॉक्टर ने बच्ची के शरीर में खून की कमी होना बताया.
बच्ची की मां ने अकेले होने के कारण कुछ लोगों से मदद की गुहार लगाई. जानकारी लगने के बाद जब डिंडौरी नगर की सामाजिक टीम रेडी टू हेल्प जिला अस्पताल पहुंची, तो टीम के एक सदस्य ने मासूम को बचाने के लिए B पॉजिटिव रक्तदान किया.
जानकारी के अनुसार डिंडौरी जनपद क्षेत्र के ग्राम मिंगड़ी निवासी समरवती बाई जो बैगा जनजाति की हैं, जिसकी एक साल की बच्ची जो एनिमिक बीमारी से पीड़ित है. कुपोषण के कारण बच्ची के बिगड़ते स्वास्थ्य के चलते समरवती बाई ने महिमा को जिला अस्पताल लेकर आई और उसे भर्ती कराया.
समरवती बाई की माने तो बच्ची के ईलाज के लिए उसके पिता ने कोई प्रयास या मदद नहीं की और न ही उसके साथ जिला अस्पताल पहुंचा. एक साल की नन्ही बच्ची को B पॉजिटिव ब्लड की तत्काल आवश्यकत थी, जिसकी जानकारी लगने के बाद डिंडौरी नगर की रेडी टू हेल्प टीम अस्पताल पहुंची और टीम के सदस्य प्रियांशु अग्रवाल ने महिमा को ब्लड उपलब्ध कराया.
प्रियांशु ने कहा कि लोगों को रक्तदान करना चाहिए, जिससे लोगों की जान बचाई जा सके. वहीं ब्लड बैंक में तैनात नर्स भारती पेन्द्रों ने बताया कि आज रेडी टू हेल्प टीम के लगभग 5 से 6 सदस्यों के द्वारा ब्लड डोनेट किया गया है.