डिंडौरी। जिले की जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में कीड़े और चींटियां पाई गई. भोजन के नाम पर शासन के लाखों रुपए हर माह खर्च हो रहे हैं. इसके बावजूद विद्यार्थियों को नियम के अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है.
शहपुरा में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से भोजन का वितरण किया जा रहा है, जिसमें अनियमितताएं सामने आ रही हैं. ताजा मामला शासकीय माध्यमिक स्कूल रनगांव का है, जहां पर मध्यान्ह भोजन बनाया जाता है. जिसको आंगनबाड़ी सहित स्कूलों में दिया जाता है. मंगलवार को आंगनबाड़ी में पहुंचाए गए मध्यान्ह भोजन में सब्जी में कुछ कीड़े और चींटी मिले.
इस बात की जानकारी ग्रामीण को मिलते ही वे भड़क गए और माध्यमिक शाला पहुंचकर मध्यान्ह भोजन कक्ष में ताला जड़ दिया. वहीं ग्रामीणों ने स्वयं सहायता समूह पर आरोप लगाया कि बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में कई दिनों के उपयोग किये हुए तेल का इस्तेमाल किया जाता है. वही बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की क्वालिटी भी अच्छी नहीं है.
इस पर मामले पर माध्यमिक शाला के प्रधानाध्यापक आरके झारिया कहना है कि हमारे यहां स्कूल के बच्चों को भी भोजन दिया गया, वो सही है. भोजन में स्कूल में भोजन में ऐसा कुछ नहीं मिला है. स्कूल में भोजन सही बना था अभी आंगनबाड़ी केन्द्र में चींटी मिले होने की जानकारी हमें भी मिली है.