धार। जिले के सरदारपुर क्षेत्र में रहने वाले शकूर कुरैशी उर्फ कालू की दिनचर्या इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है. रिगनोद के कालू क्षेत्र में मौजूद पुलिस चौकी के समीप घने वृक्षों पर दो-तीन दिन के अंतराल में आने वाली बंदर की टोली को घर से रोटियां बनवा कर लाते हैं और स्नेहपूर्वक खिलाते रहते हैं. कई बार स्वयं के खर्च पर ही बिस्किट के पैकेट भी लाकर वे बंदरों को खिलाते रहते हैं और उनके साथ निर्भीक होकर समय भी बिताते हैं.
बंदरों के साथ उनका यह नाता ग्रामीण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, ऐसे में एक बंदर का बच्चा बिछड़ गया और आवारा कुत्तों का शिकार हो गया. जिसकी सूचना कालु को मिलने के बाद, कालू ने पशु चिकित्सालय पहुंचकर डॉक्टरों को सूचित कर इस जीव का प्राथमिक उपचार करवाया. डॉक्टरों की टीम में डॉ पंकज भाटी, डॉ दिनेश बघेल, डॉक्टर गवरी और गिरीराज यादव ने बंदर के बच्चे का इलाज किया, वहीं शकूर कुरैशी की प्रशंसा करते हुए लोगों ने इसे एक मिसाल बताया.