धार । जिले के धरमपुरी में महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व स्वयंभू भगवान श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव जागीरदार की शाही सवारी निकलेगी, जिसके लिए पूरे नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. उस दिन ये अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे. शहर के मुख्य चौराहे पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं. वहीं पुरे नगर को भगवा झंडों से पाट दिया गया है और जगह-जगह झांकियां भी लगाई गई है. वहीं शाही सवारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किए हैं.
बता दें कि धार के धरमपुरी शहर में नर्मदा के बीचोबीच बेंट नामक टापू पर स्वयंभू भगवान श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव जागीरदार विराजे हैं, जो महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व नगर की जनता का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं. इस दिन स्वयंभू भगवान श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव का 800 वर्ष से अधिक पुराने रजत मुकुट को धरमपुरी नगर के ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर से विशेष पूजा अर्चना के बाद शाही सवारी के रूप में नगर भ्रमण कराया जाता है, जिसमें भूतों कि टोली, आकर्षक झांकियां, ढोल-नगाड़े आकर्षण का केंद्र रहते हैं. इस दौरान ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में स्वयंभू भगवान श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव जागीरदार को जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाता है. इनकी शाही सवारी में लाखों की संख्या में भक्तजन पहुंचते हैं.