धार। धार वासियों के लिए रेलवे सुविधा एक सपने की तरह है क्योंकि आजादी के बाद से अब तक भी धार को रेलवे सुविधा का लाभ नहीं मिला है. कई बार धारवासियों ने आंदोलन किये है, लेकिन कोई फायदा नहीं. अब लोकसभा चुनाव 2019 में चुनावी मुद्दा बनने की उम्मीद है.
2008 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने झाबुआ में इंदौर-दाहोद रेलवे लाइन की आधारशिला रखी और जल्द ही धार को रेल्वे सुविधा मुहैया कराने का वादा भी किया था. वहीं राजनीतिक दलों से इस बारे में सवाल करने पर वे एक दुसरे को इसका जिम्मेदार ठहरा देते है. कांग्रेस के जिला प्रवक्ता राजेश पटेल ने कहा कि धार को रेल सुविधा उपलब्ध न होने के पीछे केंद्र की मोदी सरकार है, क्योकि 2008 में किये मनमोहन सिंह के वादे के बाद सरकार बदल गई और मोदी सरकार ने फंड रिलीज नहीं किया.
वहीं दूसरी भाजपा के संयोजक दिलीप पाटोदिया ने बताया कि सांसद सावित्री ठाकुर के कार्यकाल में इंदौर दाहोद रेलवे लाइन का काम बड़ी तेजी से चला है.इस रेलवे लाइन की आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखी जरूर थी. नरेंद्र मोदी सरकार में रेलवे लाइन के सामने गति पकड़ पकड़ सर्वे का काम पूरा हो गया है जल्द ही रेल की सुविधा धार वासियों को मिलेगी.
राजनीतिक विशेषज्ञ छोटू शास्त्री ने बताया कि लोकसभा चुनाव में रेल का मुद्दा बड़े मुद्दे के रूप में रहेगा यदि रेल सुविधा धार वासियों को मिलती है तो इसका प्रभाव धार की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा.