धार। जिले में पांच महीने पहले राजौद के गांव पडूनी कला से एक बच्चे के गुम हो जाने परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था. गुमशुदा बच्चे के माता-पिता ने बताया की उनका बेटा शशांक जाट घर से पंखा लाने की बात कह कर निकला था, लेकिन फिर वापस नहीं आया. घटना के बाद माता-पिता ने रजौग थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
शशांक को ढूंढने के सारे प्रयास करने के बाद जब उनका बेटा नहीं मिला, तो मां-बाप ने सत्याग्रह का रास्ता अपनाते हुए राजौद थाने से लेकर धार जिला मुख्यालय, धार जिला मुख्यालय से भोपाल और फिर वहां से दिल्ली के लिए पदयात्रा शुरु की, और मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को गुहार लगाने की ठान ली. इस दौरान उन्होंने धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपकर बेटे को ढूढंने की गुहार भी लगाई, जिसके बाद एसपी ने उनके बेटे को 7 दिनों के अंदर ढूंढने का आश्वासन दिया और तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी टीम को गुमशुदा बच्चे को ढूंढने के निर्देश दिए.
एसपी की टीम ने तत्परता दिखाते हुए चंद दिनों के अंदर ही शशांक को उज्जैन के पास बडनगर से ढूंढ निकाला और उसके परिजनों को सौंप दिया. बच्चे के मिलते ही उसके मां-बाप की आंखों से आंसू छलक पड़े और दोनों ने पुलिसे प्रशासन, मीडिया कर्मियों और सहयोगियों का शुक्रिया अदा किया.