धार। जिले उमरबन ब्लॉक में एक छोटा सा गांव कोठड़ा है, जिसे जवानों का गांव कहा जाता है. एक हजार की आबादी वाले इस गांव की माटी ने देश सेवा के लिए 30 जवान दिए हैं, जिनमें 2 बेटियां भी शामिल हैं, जो भारतीय सेना और पुलिस में विभिन्न पदों पर रहकर देश सेवा कर रहे हैं, वहीं कोठड़ा गांव के युवाओं में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है, यहां के युवा भी आर्मी ज्वाइन करना चाहते हैं और उसके लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उनके इस काम में गांव के फौजी भी उनका भरपूर सहयोग कर रहे हैं.
कोठड़ा की माटी ने दिए 30 जवान
ग्राम कोठड़ा के उपसरपंच लोकेंद्र और ग्रामीण रविंद्र बताते हैं कि कोठड़ा की माटी के एक-एक कण-कण में देशभक्ति भरी हुई है. इस गांव के युवाओं में देश भक्ति का जुनून हैं और वह देश सेवा के लिए आर्मी में जाना चाहते हैं. इसके लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
युवाओं में देश भक्ति का जुनून
देशभक्ति की भावना मन में बसाए भारतीय सेना में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले गांव के युवा संजय मालवीय और मनीष चौहान अपने अन्य साथियों के साथ में फिजिकल ट्रेनिंग के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, सूरज की पहली किरण के साथ में वह गांव से लंबी दौड़ लगाते हैं, उसके बाद खुद को फिट रखने के लिए तरह-तरह की एक्सरसाइज करते हैं, वहीं इन युवाओं को गांव के ही आर्मी मेन और रिटायर्ड जवान अपनी और से भरपूर सहयोग करते है.
गांव का हर युवा सेना में जाने को तैयार
कोठड़ा गांव के रिटायर्ड फौजी जवान योगेश कुमार का कहना हैं कि यहां युवा खुद से ही आर्मी में जाने के लिए ट्रेनिंग ले रहा हैं. जरूरत पड़ने पर हम उन्हें भरपूर मार्गदर्शन भी देते हैं. जिससे उनका देश सेवा का सपना पूरा हो सकता है. कोठड़ा गांव का नाम बड़े मान-सम्मान से प्रदेश में लिया जाता है और उसी मान सम्मान को बनाए रखने के लिए कोठड़ा के युवा भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश होमगार्ड पुलिस में प्लाटून कमांडर के तौर पर अपने सेवा देने वाली गांव की बेटी पूजा ब्राले बताती हैं कि अपने गांव के जवान भाइयों से प्रेरित होकर उन्होंने अपने आपकों आज यहां तक तैयार किया हैं.
यह है धार जिले के जवानों के गांव कोठड़ा की कहानी, जहां की माटी ने देश सेवा के लिए 30 बेटा-बेटी दिए हैं, वहीं गांव के अन्य युवा भी इन्हीं बेटा बेटियों से प्रेरित होकर देश सेवा के लिए सेना में जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.