देवास। अनैतिक काम और निशक्त महिलाओं के शोषण का अड्डा बन चुके देवास के कबीर आश्रम पर बुधवार को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया. बताया जा रहा है कि, आश्रम ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. पुलिस ने यहां से एक बाबा और एक महिला को हिरासत में लेकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है. जबकि पीड़ित दिव्यांग के नवजात शिशु और आश्रम स्टाफ का DNA टेस्ट किया जा रहा है. महिला आश्रम में रहने के दौरान गर्भवती हो गई थी.
निशक्त महिलाओं को कराया गया मुक्त
आसाराम आश्रम की तर्ज पर देवास जिले के इस कबीर आश्रम में भी महिलाओं का शोषण किया जा रहा था. यहां सेवा की जगह अनैतिक कार्य किए जा रहे थे. इस आश्रम में निशक्त महिलाओं को बंधक बनाकर रखा गया था. मंगलवार को प्रशासन की टीम ने जब यहां छापा मारा, तो टीम भी सकते में आ गई. इस आश्रम में मानसिक और शारीरिक रूप से निशक्त महिलाओं को बंधक बनाकर रखा गया था. प्रशासन ने पूरे मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, साथ ही मामले की जांच की जा रही है.
2500 स्क्वायर फीट जमीन पर आश्रम का कब्जा
बताया जा रहा है कि, कबीर आश्रम को प्रशासन द्वारा 450 स्क्वायर फीट जमीन दी गई थी. लेकिन आश्रम द्वारा ढाई हजार स्क्वायर फीट पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर लिया गया. जिस पर प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए अतिक्रमण को हटाया है और अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया.
इस तरह हुआ खुलासा
कबीर आश्रम की पोल तब खुली, जब 6 नवम्बर को एक मूक बधिर महिला को तबीयत खराब होने पर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां वो गर्भवती पाई गई, इसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया. आश्रम में जिला प्रशासन की टीम ने छापा मारकर कुल सात महिलाओं को मुक्त करवाया है. जिनमें पांच मंदबुद्धि और दो समान्य हैं.
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