देवास। जैन धर्म में पर्युषण पर्व का विशेष महत्व है, पर्युषण के 8 दिनों तक तपस्या की जाती है, जिसके चलते इस दौरान प्रभातफेरी, स्नातक पूजन, प्रतिक्रमण व भक्ति की जाती है. पर्युषण के दौरान तपस्या का बड़ा महत्व है.
इसी के चलते नगर के 17 वर्षीय वर्धमान लोड़ा जैन द्वारा नौ उपवास तपस्या किया गया था, जिसके समापन पर वर्धमान लोढ़ा का नगर में वरघोड़ा चल समारोह निकाला गया था, जिसमें समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे.