देवास। जिले में 27 फीसदी वन्य क्षेत्र है जहां वन्य प्राणियों का मूवमेंट आए दिन सामने आता है. वन्य क्षेत्र खिवनी अभयारण्य में भालू, चीता, तेन्दुआ, हिरण, चीतल समेत सैकड़ों वन्य प्राणी मौजूद हैं. लेकिन इन दिनों वन्य क्षेत्र 4 से अधिक बाघों से गुलजार हो उठा है. जो वन्य क्षेत्र में अटखेलियां करते नजर आते हैं. टाइगर की सुरक्षा के लिए जिले की पुलिस और वन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं.
टाइगर और वन प्राणियों की सुरक्षा को लेकर टाइगर सेल के माध्यम से देवास SP चन्द्रशेखर सोलंकी और जिला वन अधिकारी पीएन मिश्रा ने विशेष चर्चा की. इस चर्चा का खास मकसद था किस तरह जिले के जंगलों की कटाई पर रोक, वन्य प्राणियों की सुरक्षा का इंतजाम और बेहतर तरीके से कार्य किये जायें. दोनों विभाग के अधिकारियों से ETV भारत की टीम ने बाघों के मूवमेंट पर चर्चा की.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस विभाग और वन विभाग दोनों मिलकर वन्य क्षेत्र और वन्य जीवों को लेकर गंभीर हैं, उनकी सुरक्षा के लिये कड़े से कड़े कदम उठाये जा रहे हैं. वन्य क्षेत्र में पौधारोपण को लेकर भी प्लानिंग की जायेगी. वहीं वन विभाग के DFO ने बताया की टाइगर की मूवमेंट होना जिले के लिए गर्व की बात है. टाइगर की सुरक्षा को लेकर सभी पहलुओं पर कदम उठाना जरूरी है.