देवास। महापौर सुभाष शर्मा के खिलाफ आर्थिक अनियमितता और पद के दुरुपयोग संबंधी आरोप को लेकर कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए है. कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी करने के साथ ही 10 दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की है. कलेक्टर ने एसडीएम देवास, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग देवास और जिला कोषालय अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा है. महापौर के खिलाफ ये कार्रवाई कलेक्टर ने अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की शिकायत पर की है.
कुछ दिन पहले देवास शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजनी ने महापौर सुभाष शर्मा पर वित्तीय अनियमितता के गम्भीर आरोप लगाए थे. जांच कमेटी के गठन के बाद देवास में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. हालांकि महापौर सुभाष शर्मा ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है और जांच के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने बताया कि निकाय चुनाव नजदीक हैं, इसलिये विरोधी इस तरह का हथकंडा अपना रहे हैं.
वहीं देवास शहर कांग्रेस के अध्यक्ष मनोज राजानी ने कहा कि, सुभाष शर्मा ने पद पर रहते हुए आर्थिक अनियमितता की है. साथ ही कहा कि, 'शर्मा पर इतनी शिकायतें हैं कि ग्रंथ लिखा जा सकता है. राजानी ने कहा कि , देवास नगर निगम में माफिया काम करते आ रहे हैं, जिनका अब सफाया होगा'.