देवास। खातेगांव जनपद सभागृह में 31 स्व-सहायता समूह को एक करोड़ 45 लाख रुपए के ऋण स्वीकृत किए गए. समूह की महिला सदस्यों को एक लाख रुपए की राशि के स्वीकृति पत्र वितरित करते हुए विधायक आशीष शर्मा ने समूह की महिला सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि, आज इस योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर बनी हैं, सशक्त महिला, सशक्त मध्य प्रदेश के आयोजन में उन्होंने कहा कि, स्व-सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं स्वावलम्बी बनी हैं. महिलाओं को सरकार ऋण देकर विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों में जोड़कर आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम कर रही है. महिलाएं समूह के माध्यम से साबुन बनाने का व्यवसाय, किराना दुकान, खेती का काम, कपड़ा दुकान, जुते चप्पल की दुकान, सिलाई सेन्टर, ब्यूटी पार्लर, सेनेट्री पेड निर्माण, मास्क व पीपीई किट निर्माण, पशु पालन व मुर्गीपालन के अलावा दीदी कैफे का व्यवसाय करके अच्छी आमदनी प्राप्त कर रही हैं. इसके पहले महिलाएं खेती व मजदूरी करके अपना गुजारा करती थीं. महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद महिलाओं के परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है.
कार्यक्रम को एसडीएम संतोष तिवारी ने संबोधित करते हुए बैंक प्रबंधकों के कार्य की प्रशंसा करते की, साथ ही कहा कि आगे भी इसी प्रकार शासन प्रशासन के कार्य में सहयोग करें, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करें और शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति करें, शेष रहे समूह को शीघ्र ही ऋण उपलब्ध कराएं. वहीं जनपद सीईओ टीना पवार ने बताया कि, खातेगांव जनपद क्षेत्र में आजीविका मिशन के माध्यम से समूह श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं.
जनपद सभागृह में बड़ी संख्या में उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की गई. प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्र शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 13 हजार स्व-सहायता समूहों से जुड़े एक लाख 30 हजार से अधिक जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को एक ही दिन में लगभग 150 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए. प्रदेश में स्व-सहायता समूहों के वार्षिक ऋण वितरण का लक्ष्य बढ़ाकर 1400 करोड़ किया गया है. कार्यक्रम समापन के पश्चात विधायक आशीष शर्मा ने आजीविका मिशन समूह की दीदियों के द्वारा संचालित कैफे का निरीक्षण किया.