दतिया। प्रदेश में हर भाषण में भले ही शिक्षा स्तर सुधारने के दावे ठोके जाएं, पर हकीकत अपने आप बयां हो ही जाती है. जहां बच्चों के हाथों में किताबें, पेंसिल और कॉपियां होनी चाहिए. वहां ही झाडू थमा दिया जा रहा है. मामला है जिले से महज 10 किलोमीटर दूर गांव समरौली के शासकीय प्राथमिक विद्यालय का. यहां के हैड मास्टर स्कूली बच्चों को शिक्षा देने की जगह हाथ में झाडू पकड़ाकर स्वच्छता अभियान की ट्रेनिंग देते हैं.
हैरानी की बात है कि जिला कलेक्टर ने शिक्षा स्तर सुधारने के लिए अधिकारियों की टीम बनाकर स्कूलों का निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे. लेकिन आलम ये है कि अधिकारी एयर कंडीशन से निकलना ही नहीं चाहते हैं. उसी का परिणाम है की बच्चों को अब शिक्षा की जगह स्वच्छता अभियान की ट्रेनिंग दी जा रही है. वहीं जिला पंचायत के एडिशनल CEO धनंजय मिश्रा ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.