दतिया। जिले में एक तरफ पुलिस लोगों की कोरोना वायरस से रक्षा कर रही है. वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मी वर्दी की इज्जत तार-तार करने में जुटे हुए हैं. ये सब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृह क्षेत्र भांडेर थाना में हो रहा है. जहां पुलिस द्वारा एक के बाद एक अनैतिक काम किए जा रहे हैं. मामला एक मोबाइल दुकानदार को प्रताड़ित करने का है. जिसमें एसआई रमेश जाट द्वारा दुकानदारों से सामान लेकर पैसा नहीं दिए. वहीं पैसा मांगने पर जांच के नाम पर उसकी दुकान खुलवाकर उसे उसके भाई और नौकर को बेइज्जत करते हुए थाने मे दो घंटे तक बैठाकर रखा. जिसके बाद उसने पूरे मामले की शिकायत नरोत्तम मिश्रा से की है.
दरअसल शनिवार को प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अल्प प्रवास पर भांडेर पहुंचे थे. उनके प्रवास के दौरान कई लोगों ने पुलिस के विरोध में आवेदन दिए गए. इसमें से एक आवेदन सानू मोबाइल शॉप के संचालक कादर खान का भी है. जिसमें उसने बताया है कि 3 तारीख को एसआई रमेश जाट ने जांच के नाम पर उससे दुकान खुलवाया. उसके बाद उसे उसके भाई और नौकरों को बाजार से गाली-गलौच करते हुए थाने ले गए. जहां एसआई के लेन-देन के शेष पैसे छोड़ने की शर्त पर दो घंटे बाद उसे छोड़ा गया. वहीं पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर का कहना है कि कि रेत कारोबार में संलिप्त आरक्षक को निलंबित किया गया है. वहीं एसआई रमेश जाट के मामले की जांच एसडीओपी द्वारा की जा रही है.
पुलिसकर्मियों द्वारा मनमानी करने का ये पहला मामला नहीं है. पिछले 2 दिनों पहले थाना प्रभारी शेर सिंह द्वारा पत्रकारों से अभद्रता की गई. जिसके बाद पत्रकारों ने मामले को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था. जिस पर कार्रवाई करते हुए शेर सिंह को भांडेर थाने से हटाकर श्योपुर भेज दिया गया. वहीं बीती रात अवैध रेत के ट्रैक्टरों से उगाही को लेकर पुलिसकर्मी आपस में ही भिड़ गए थे. जिसकी शिकायत एसडीओपी से की गई थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए 18 घंटे के भीतर भ्रष्टाचार शिकायत और अनुसाशन के चलते दतिया पुलिस अधीक्षक ने भांडेर थाने पर शेर सिंह की जगह एसआई रमेश जाट को पदस्थ किया. फिर रमेश जाट की शिकायत आने के बाद उन्हें हटाकर एसआई आकाश संशिया को पदस्थ किया गया लेकिन बाद में इन्हें भी हटाकर हुकुम सिंह यादव को भांडेर थाने का प्रभार सौंपना पड़ा है.