ETV Bharat / state

मकर संक्रांति के पर्व पर उनाव बालाजी पहुंचे श्रद्धालु, पहुज नदी में लगाई आस्था की डुबकी

दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई.

influx of devotees Balaji Dham
बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं का लगा तांता
author img

By

Published : Jan 15, 2020, 4:27 PM IST

दतिया। मकर संक्रांति के अवसर पर दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई.. जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उनाव बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर स्नान करने का विशेष महत्व है. यहां दूर दराज से लोग आज के दिन स्नान करने आते हैं. उनाव कस्बे में बने अति प्राचीन भगवान भास्कर के मंदिर में स्नान और पूजा अर्चना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. इस प्राचीन मंदिर की खास बात ये है कि उनाव कस्बे से निकली पहुज नदी भगवान भास्कर के चरण पखारते हुए निकलती है और नदी में स्नान एवं सूर्य भगवान पर नदी का जल अर्पित करने से कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का निवारण होता है.

बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं का लगा तांता


पूरे देश में भगवान भास्कर का एक मात्र सूर्य मंदिर है, जो उनाव बालाजी धाम के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन ग्रहों के स्वामी सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. जिससे मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है और उनाव बालाजी में आज के दिन स्नान करने का बड़ा महत्व है.

दतिया। मकर संक्रांति के अवसर पर दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई.. जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उनाव बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर स्नान करने का विशेष महत्व है. यहां दूर दराज से लोग आज के दिन स्नान करने आते हैं. उनाव कस्बे में बने अति प्राचीन भगवान भास्कर के मंदिर में स्नान और पूजा अर्चना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. इस प्राचीन मंदिर की खास बात ये है कि उनाव कस्बे से निकली पहुज नदी भगवान भास्कर के चरण पखारते हुए निकलती है और नदी में स्नान एवं सूर्य भगवान पर नदी का जल अर्पित करने से कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का निवारण होता है.

बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं का लगा तांता


पूरे देश में भगवान भास्कर का एक मात्र सूर्य मंदिर है, जो उनाव बालाजी धाम के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन ग्रहों के स्वामी सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. जिससे मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है और उनाव बालाजी में आज के दिन स्नान करने का बड़ा महत्व है.

Intro:मकरसंक्रांति पर दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी सूर्य मंदिर बालाजी धाम में पहुज नदी के तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और पर्व स्नान कर मकरसंक्रांति पर्व मनाया है। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उनाव बालाजी धाम में मकरसंक्रांति पर्व पर स्नान करने का विशेष महत्व है। जिससे दूर दराज से लोग यहां पर आज के दिन स्नान करने आते है।
Body:
बुधबार के दिन उनाव कस्बे में बने अति प्राचीन भगवान भास्कर के मंदिर में स्न्नान ओर पूजा अर्चना के लिए हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस प्राचीन मंदिर की खास बात यह है कि उनाव कस्बे से निकली पहुज नदी भगवान भास्कर के चरण पखारते हुये निकलती है ओर पहुज नदी में स्नान एवं सूर्य भगवान पर नदी का जल अर्पित करने से कुष्ठ रोगियों की समस्याओ का निवारण होता है। मकरसंक्रांति पर पहुज नदी में लगभग 20 हजार लोगों ने पर्व स्नान किया है।



वाइट - श्याम पंडा उनाव बालाजी

रिपोर्ट। रविंद्र कुशवाह दतिया मजअभारत मध्यप्रदेश।
Conclusion:
गौरतलब है पूरे देश मे भगवान भास्कर का एक मात्र सूर्य मंदिर है, जो उनाव बालाजी धाम के नाम से विख्यात है। मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन ग्रहों के स्वामी सूर्य मकर राशि मे प्रवेश करते है। जिससे मकरसंक्रांति पर्व मनाया जाता है और उनाव बालाजी में आज के दिन स्नान करने का बड़ा महत्व है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.