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पढ़ाई के प्रेशर से परेशान छात्रा ने बनाई अपने ही अपहरण की कहानी, फिर पहुंची घर. पढ़िए पूरी ख़बर - Damoh

दमोह में जिले में पढ़ाई से परेशान स्कूली छात्रा ने अपने ही अपरहण की कहानी बनाई, और उसके बाद घर पहुंच गई. वहीं पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है, बच्ची अपनी बुआ के यहां रहकर पढ़ती है, और पढ़ाई से बचने के लिए उसने ऐसा किया.

Damoh
छात्रा ने बनाई अपहरण की कहानी
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Published : Nov 22, 2020, 12:44 PM IST

दमोह। कक्षा सातवीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने एक ऐसी कहानी बनाई कि उसके परिजनों के साथ-साथ पुलिस महकमें में भी हड़कंप मच गया. कहानी में उसने अज्ञात बाबाओं के द्वारा उसे अपहरण किए जाने, फिर मौका पाकर उसके भागने और अपने घर पहुंचने की कहानी गढ़ी. छोटी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के द्वारा इस कहानी को बनाए जाने के बाद जब प्यार से पूछताछ की गई, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ, और जो खुलासा हुआ वह आपको भी परेशान कर देगा. छात्रा ने पढ़ाई के डर से भयभीत होकर अपनी बुआ के घर से अपने मूल घर तक सफर तय करने को एक अपहरण की कहानी बना दिया, और मामले का पटाक्षेप होने पर पुलिस परिवार ने राहत की सांस ली.

बरधारी निवासी छात्रा बांदकपुर में करती है पढ़ाई

बरधारी की रहने वाली यह छात्रा बांदकपुर में अपनी बुआ के यहां पढ़ाई करती है. छात्र का नाम रिया (बदला हुआ नाम ) है. वर्तमान में चल रहे कोरोना काल के बीच बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, फिर भी परीक्षाएं लेकर बच्चों को पढ़ाने का प्रयास जारी है. इसी प्रयास के बीच छात्रा पढ़ाई से खौफ खा गई, और उसने बुआ के घर से निकलकर अपने घर जाने को एक अपहरण की कहानी बना दिया. कुछ वर्षों से यह छात्रा बुआ के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी, लेकिन उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था और पेपर के डर से उसने यह कहानी बनाई. इस बात का खुलासा उसके पिता और पुलिस ने किया है. पहले तो उसने कहानी बनाई, लेकिन जब प्यार से पूछताछ की गई, तो उसने कहानी के क्लाइमेक्स का खुलासा किया, और परिजनों तथा पुलिस ने राहत की सांस ली.

अपहरण की कैसे बनाई कहानी

अपने घर बरधारी गांव पहुंची सातवीं की छात्रा ने परिजनों को बताया कि उसका अपहरण सफेद गाड़ी में सवार बाबा नुमा अपहरणकर्ताओं द्वारा किया गया था. एक स्थान पर गाड़ी रुकने के बाद वह भागने में सफल हो गई, और कुछ राहगीरों की मदद से गांव पहुंच गई. यह बात सुनकर परिजनों के होश उड़ गए, और वह आनन-फानन में बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंच गए. जिला अस्पताल में उसका इलाज कराया गया, और पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की. प्यार से छात्रा से जब पूछताछ की गई और उसकी एक सहेली से बातचीत की गई, तो छात्रा की कहानी और मामले में तफ्तीश की कहानी में अंतर पाया गया, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ.

चंद घंटों में पुलिस ने कर लिया मामले का खुलासा

देहात थाना अंतर्गत आने वाले इस मामले में तत्काल ही उप पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी एवं टीआई श्याम बैन के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में इस मामले के खुलासे के लिए प्रयास शुरू किए गए. महिला पुलिस अधिकारियों को पीड़ित बच्ची से पूछताछ के लिए लगाया गया. परिजनों को समझाइश दी गई और प्यार से जब बच्ची से पूछा गया, तो छात्रा ने ही पूरे मामले की कहानी का खुलासा कर दिया. महज चंद घंटों में ही पुलिस की सक्रियता से एक मामले का पटाक्षेप हो गया. देहात थाना टीआई श्याम बैन ने बताया कि छात्र द्वारा पढ़ाई से परेशान होकर इस तरह की कहानी बनाई गई थी. पुलिस की जांच और तफ्तीश के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जिसमें छात्रा के अपहरण का कोई भी मामला नहीं है.

दमोह। कक्षा सातवीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने एक ऐसी कहानी बनाई कि उसके परिजनों के साथ-साथ पुलिस महकमें में भी हड़कंप मच गया. कहानी में उसने अज्ञात बाबाओं के द्वारा उसे अपहरण किए जाने, फिर मौका पाकर उसके भागने और अपने घर पहुंचने की कहानी गढ़ी. छोटी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के द्वारा इस कहानी को बनाए जाने के बाद जब प्यार से पूछताछ की गई, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ, और जो खुलासा हुआ वह आपको भी परेशान कर देगा. छात्रा ने पढ़ाई के डर से भयभीत होकर अपनी बुआ के घर से अपने मूल घर तक सफर तय करने को एक अपहरण की कहानी बना दिया, और मामले का पटाक्षेप होने पर पुलिस परिवार ने राहत की सांस ली.

बरधारी निवासी छात्रा बांदकपुर में करती है पढ़ाई

बरधारी की रहने वाली यह छात्रा बांदकपुर में अपनी बुआ के यहां पढ़ाई करती है. छात्र का नाम रिया (बदला हुआ नाम ) है. वर्तमान में चल रहे कोरोना काल के बीच बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, फिर भी परीक्षाएं लेकर बच्चों को पढ़ाने का प्रयास जारी है. इसी प्रयास के बीच छात्रा पढ़ाई से खौफ खा गई, और उसने बुआ के घर से निकलकर अपने घर जाने को एक अपहरण की कहानी बना दिया. कुछ वर्षों से यह छात्रा बुआ के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी, लेकिन उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था और पेपर के डर से उसने यह कहानी बनाई. इस बात का खुलासा उसके पिता और पुलिस ने किया है. पहले तो उसने कहानी बनाई, लेकिन जब प्यार से पूछताछ की गई, तो उसने कहानी के क्लाइमेक्स का खुलासा किया, और परिजनों तथा पुलिस ने राहत की सांस ली.

अपहरण की कैसे बनाई कहानी

अपने घर बरधारी गांव पहुंची सातवीं की छात्रा ने परिजनों को बताया कि उसका अपहरण सफेद गाड़ी में सवार बाबा नुमा अपहरणकर्ताओं द्वारा किया गया था. एक स्थान पर गाड़ी रुकने के बाद वह भागने में सफल हो गई, और कुछ राहगीरों की मदद से गांव पहुंच गई. यह बात सुनकर परिजनों के होश उड़ गए, और वह आनन-फानन में बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंच गए. जिला अस्पताल में उसका इलाज कराया गया, और पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की. प्यार से छात्रा से जब पूछताछ की गई और उसकी एक सहेली से बातचीत की गई, तो छात्रा की कहानी और मामले में तफ्तीश की कहानी में अंतर पाया गया, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ.

चंद घंटों में पुलिस ने कर लिया मामले का खुलासा

देहात थाना अंतर्गत आने वाले इस मामले में तत्काल ही उप पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी एवं टीआई श्याम बैन के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में इस मामले के खुलासे के लिए प्रयास शुरू किए गए. महिला पुलिस अधिकारियों को पीड़ित बच्ची से पूछताछ के लिए लगाया गया. परिजनों को समझाइश दी गई और प्यार से जब बच्ची से पूछा गया, तो छात्रा ने ही पूरे मामले की कहानी का खुलासा कर दिया. महज चंद घंटों में ही पुलिस की सक्रियता से एक मामले का पटाक्षेप हो गया. देहात थाना टीआई श्याम बैन ने बताया कि छात्र द्वारा पढ़ाई से परेशान होकर इस तरह की कहानी बनाई गई थी. पुलिस की जांच और तफ्तीश के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जिसमें छात्रा के अपहरण का कोई भी मामला नहीं है.

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