दमोह। जिले में नगर पालिका द्वारा संचालित केवल एक ही रेन बसेरा है. पहले रैन बसेरा बस स्टैंड पर संचालित होता था, लेकिन वहां पर बिल्डिंग खराब हो जाने के बाद जिला अस्पताल परिसर में इसका निर्माण किया गया और तब से लेकर अभी तक यहीं पर रैन बसेरे का संचालन किया जाता है. यहां पर प्रमुख रूप से मरीजों के परिजन रुकने के लिए आते हैं.
जब हमने यहां पर पदस्थ लोगों से बातचीत की, तो उनका कहना था कि दमोह के रैन बसेरा में 20 बेड पुरुषों के लिए लगाए गए हैं, तो करीब 10 बेड महिलाओं के लिए मौजूद हैं. यहां रुकने वाले लोगों को केवल अपना पहचान पत्र दिखाना होता है. नगर पालिका के माध्यम से इसका संचालन होने के कारण कोई शुल्क नहीं लिया जाता और सभी तरह की व्यवस्था दी जाती है. पलंग, बिस्तर, कंबल के साथ पीने के पानी और निस्तार आदि की सुविधा यहां उपलब्ध हैं.
यहां पर आए एक व्यक्ति से भी हमने चर्चा की, तो उनका कहना था कि उन्हें अच्छी सुविधा मिल रही है. वहीं यहां के मैनेजर का भी यही कहना है कि रैन बसेरे का संचालन किया जा रहा है, जहां पर उनकी ओर से व्यवस्थाएं ठीक रखी जाती हैं.
दमोह में स्थित रैन बसेरा में रियलिटी चेक के दौरान व्यवस्था ठीक-ठाक नजर आई, हालांकि यहां पर रुकने के लिए आने वाले लोगों की संख्या देर रात ही बढ़ती है. यहां पर पदस्थ कर्मचारी रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जाकर लोगों को रैन बसेरा का लाभ मिलने की जानकारी देकर साथ लेकर आते हैं. ऐसे में दमोह का रैन बसेरा रियलिटी चेक के हिसाब से ठीक-ठाक व्यवस्थाओं के नंबर पाने का हकदार है.